(Pappu Aur Irfan Ke Chutkule- Part 2)
पप्पू अपने अब्बू इरफ़ान से- अब्बू अब्बू, आपकी और अम्मी की लव मैरिज हुई थी ना?
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इरफ़ान- हाँ. पर तुझे कैसे पता लगा?
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पप्पू- आपकी शादी और मेरी पैदा होने की तारीख में सिर्फ़ 5 महीने का फ़र्क है!
जो समझ गये तो ठोको ताली, बाकी बच्चे पोगो देखो!
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इरफ़ान को गैस की बीमारी थी। वो बहुत परेशान था, ना कहीं आता था ना कहीं जाता था।
एक बार किसी वजह से उसे अपने बहन के घर जाना पड़ा। बहन के घर जाते समय रास्ते मे सोचने लगा कि एक 5 साल का भांजा पप्पू है उसके लिए क्या लेकर जाऊँ?
फिर एक दुकान से क्रीम वाला बिस्किट का पैकेट ले लिया.
घर पहुँचते ही भांजे पप्पू ने देखा तो ‘मामा आ गये, मामा आ गये’ करते हुए पास आया।
मामा इरफ़ान जेब से बिस्किट निकालकर जैसे ही उसे देने के लिए झुके, जोर की आवाज के साथ गैस निकल गई।
अब तो हुई मुसीबत।
वो 5 साल का बच्चा पप्पू बिस्किट फेंककर जमीन पर लेटकर रोने लगा।
इरफान ने उसे उठाकर पूछा- क्या हुआ क्यों रो रहे हो?
तो पप्पू और जोर से रोने लगा।
इरफ़ान ने उसे गोद मे लेकर प्यार से पूछा- क्या चाहिए बेटा, क्यों रो रहे हो?
पप्पू रोते रोते बोला- हमको बिस्किट नहीं चाहिए, वो सीटी चाहिए जो आपने अभी अभी बजाई है।
***
पप्पू ने लाइव एफ़ एम रेडियो स्टेशन पर कॉल किया…
पप्पू- हेलो जी, यह रेडियो स्टेशन ही है न?
रेडियो जॉकी इरफ़ान- जी हां।
पप्पू- मेरी आवाज पूरा शहर सुन रहा है न?
जॉकी इरफ़ान- हां।
पप्पू- यानि, घर में जो मेरी बहन है, वह भी रेडियो सुन रही होगी?
रेडियो जॉकी इरफ़ान गुस्से से- हां भई हां!
पप्पू- हेलो रज्जो! अगर मेरी आवाज सुन रही है, तो जल्दी से मोटर चला दे। मैं छत पर बाथरूम में हूं और पानी खत्म हो गया है…
***
पप्पू पठान हर बात पर कहता था- ख़ुदा ख़ैर करे, इससे भी बुरा हो सकता था।
उसके सारे दोस्त उसकी इस बात से बहुत परेशान थे। एक दिन उन सब ने मिलकर एक कहानी बनायी जिससे ज्यादा बुरा होना मुश्किल था।
पप्पू के एक दोस्त इरफ़ान ग़मगीन सा चेहरा बना कर बोला- यार, कल तो बहुत ही बुरा हुआ।
पप्पू- क्यों क्या हुआ?
इरफ़ान- यार कल मेरा पड़ोसी सन्ता जब घर लौटा तो उसकी बीवी प्रीतो किसी गैर मर्द के साथ रंगरलियाँ मना रही थी। यह देख कर सन्ता ने गुस्से में आकर दोनों को गोलियों से भून दिया और फिर खुद को भी गोली मार ली।
पप्पू पठान- ख़ुदा ख़ैर करे, इससे भी बुरा हो सकता था।
इरफ़ान चिढ़ कर- इससे बुरा क्या हो सकता था?
पप्पू पठान- अगर यह किस्सा परसों का होता तो मरने वालों में एक नाम मेरा होता!
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हवाई जहाज में वैज्ञानिक इरफ़ान और एक बच्चा पप्पू साथ-साथ बैठे थे।
इरफ़ान- कुछ बात करें, टाइम पास हो जाएगा।
पप्पू- किस विषय पर?
इरफ़ान- न्यूक्लियर पावर पर !
पप्पू- ठीक है, मगर पहले मेरे एक सवाल का जवाब दो कि जब बकरा, भैंसा और गधा तीनों घास खाते हैं,
फिर बकरे का लण्ड इतना छोटा क्यूँ?।
भैंसे का इतना लम्बा क्यूँ?
और गधे का इतना मोटा-लम्बा क्यूँ होता है?
इरफ़ान- यह क्या बकवास है, नॉनसेन्स, मुझे नहीं पता !
पप्पू- भोंसड़ी के, पता तुझे लंड का नहीं, और बातें न्यूक्लियर पावर की चोदनी हैं?
***
पप्पू एक नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गया।
उससे पूछा गया- भारत कब आजाद हुआ?
पप्पू ने कहा- प्रयास तो काफी पहले से ही शुरू हो गये थे पर सफलता सन 1947 में मिल पाई…
फिर पप्पू से पूछा गया- आजा़दी दिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका किसकी थी?
उसने जवाब दिया- इस में काफी लोगों का योगदान था, किस किस का नाम बताऊँ? यदि किसी एक का ही नाम बताता हूँ तो दूसरों के साथ बेइंसाफी होगी..
अगला सवाल था- हमारा देश की तरक्की का सबसे बड़ा तरीका क्या हो सकता है?
पप्पू का जवाब- इस बारे में खोजबीन चल रही है।
इंटरव्यूर पप्पू के मौलिक उत्तरों से बेहद प्रसन्न हुआ। उसने पप्पू को जाने को कहा साथ में यह भी कहा कि वो बाहर बैठे दूसरे उम्मीदवारों को ये सवाल न बताये क्योंकि यही सवाल सभी से भी पूछे जायेंगे।
जब पप्पू बाहर आया तो दूसरे उम्मीदवारों ने उससे पूछे गए सवालों के बारे में पूछा.
पप्पू ने कोई भी सवाल बताने से इनकार कर दिया।
तब उनमें से एक इरफ़ान ने कहा- अगर सवाल नहीं बता सकते तो जवाब ही बता दो।
पप्पू ने सिर्फ जवाब बता दिए।
अब इरफान की बारी आई इंटरव्यू देने की।
इंटरव्यूर ने इरफ़ान से पूछा- आपकी जन्म तिथि क्या है?
इरफ़ान- प्रयास तो काफी पहले से ही शुरू हो गये थे पर सफलता सन 1947 में मिल पाई…
इंटरव्यूर कन्फ्यूज हो गया, उसने अगला सवाल पूछा- आपके पिता जी का क्या नाम है?
इरफ़ान- इस में काफी लोगों का योगदान था, किस किस का नाम बताऊँ? यदि किसी एक का ही नाम बताता हूँ तो दूसरों के साथ बेइंसाफी होगी..
इंटरव्यूर हक्का बक्का रह गया, उसने कहा- क्या तुम पागल हो गये हो?
इरफ़ान- इस बारे में खोजबीन चल रही है।
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जब आप किसी रेस्तरां में बैठ कर खाना आने की प्रतीक्षा कर रहे होते हैं तो…
Waiter वेटर कौन?
वो जो खाना लेकर आएगा या आप जी खाने की वेट Wait प्रतीक्षा कर रहे होते हैं?
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