हॉट कॉलेज गर्ल की उसके घर में चुदाई

(Young Girl Night Sex Kahani)

यंग गर्ल नाईट सेक्स कहानी में मेरी दोस्ती मेरी क्लास की एक लड़की से हो गयी. एक दिन उसने रात को अपने घर बुलाया. वह घर में अकेली थी. उसने मुझे अपना जिस्म दिखाकर गर्म किया.

मेरा नाम अनुज है और मैं बिहार का रहने वाला हूं.
मैं दिखने में काफी स्मार्ट हूँ और क्लीनशेव रहता हूँ. मेरा कद साढ़े पांच फुट का है.

अन्तर्वासना और फ्री सेक्स कहानी की विश्वप्रसिद्ध साइट का मैं नियमित पाठक हूं.

आज मेरा भी मन हुआ कि मैं भी अपनी आपबीती आप लोगों के साथ साझा करूं.

यह यंग गर्ल नाईट सेक्स कहानी कुछ साल पहले की उस वक्त की है जब मैं कॉलेज में था.

मेरी नजर तो वहां कई लड़कियों पर थी लेकिन मैं आज पारो के बारे में बात करूंगा.

साल के शुरूआत में जब मैं कॉलेज गया था तो मुझे वहां एक लड़की पारो दिखी.
पारो उसका असली नाम नहीं था, मैंने उसका निक नेम रख दिया था.

वह देखने में तो सांवली थी लेकिन उसका फिगर कमाल का था.
उसे देखते ही किसी का भी मन डोल जाए, ऐसा मस्त चंचल हुस्न था उसका!

उसके फिगर का साइज़ 36-32-38 का रहा होगा.
उसके दूध और गांड को देखते ही मेरा लंड अकड़ कर खड़ा हो गया.

मैंने जैसे तैसे खुद पर काबू पाया.
अभी मैं कुछ समझ पाता कि वह मेरे ही पास आ गई और अपनी ब्रांच के बारे में पूछने लगी.

सौभाग्य से वह मेरी ही ब्रांच की निकली.
मैंने उसे अपने साथ चलने को बोला और उसके साथ चलने लगा.

तभी मैंने उससे नाम पूछा तो उसने अपना नाम बताया था.

पारो दूसरे शहर की थी.
उसके पापा का ट्रांसफर होने के कारण उससे कॉलेज चेंज करना पड़ा था.

जल्द ही मेरी उससे दोस्ती हो गई और मैं उससे मिलने जुलने लगा.

एक दिन की बात है, उस दिन उसके घर में कोई नहीं था.
उसे अकेले रहने में डर लग रहा था तो उसने मुझे अपने घर बुला लिया.

उसके घर पहुंच कर मैंने जैसे ही उसके घर की कॉलबेल बजाई, एक अप्सरा ने दरवाला खोला.
उसने नाइटी पहन रखी थी.

मैं तो बस उसे देखता ही रह गया.

उसने नाइटी के नीचे ब्रा नहीं पहनी थी जिस कारण से उसके दोनों दूध एकदम तने हुए थे और पारो के चलने की जरा सी जुंबिश उसके दोनों मम्मों को मस्त हिला रही थी.

मेरी कामुक नजर बस उसके चूचों के ऊपर टिक गई.
नाइटी का गला गहरा था तो उसके चूचों की दरार पर एक काला तिल था, मैं उसके उसी कामुक तिल को देखने लगा.

वह मुझे अपने दूध देख कर हंस पड़ी और बोली- क्या कच्चा ही खा जाओगे!
उसकी इस बात को सुनकर मैं झेंप गया और कुछ न कह सका.

उसने मुझे हाथ पकड़ कर अन्दर बुलाया.

मैंने ध्यान से देखा तो उसने जालीदार नाइटी पहनी थी और नीचे ब्लैक कलर की पैंटी पहन रखी थी, जो न पहनी होने के जैसी थी.
शायद उसे भी चुदने का मन था.

मन तो मेरा भी बहुत कर रहा था लेकिन आज तक मैंने किसी के साथ सेक्स नहीं किया था तो मैं डर रहा था.

उसने मुझे सोफ़े पर बिठाया और अपनी गांड हिलाती हुई पानी लेने चली गई.
सच में उसकी कातिल जवानी मेरा मर्डर करने पर उतारू थी.

मैं उसकी गांड को निहार रहा था.
उसने अपने चूतड़ों को खुली रखने वाली पैंटी पहनी थी जिसकी पट्टी उसके दोनों चूतड़ों की गांड की गहराई में फंसी थी और आगे का त्रिभुज उसकी चूत को ढके हुए था.
उसने किचन से पानी का गिलास लाकर मुझे झुक कर दिया, तो लंड में फिर से फुरफुरी हो गई.

वह अपने दूध दिखाती हुई बोली- यार मुझे न बड़ा डर लग रहा था. तो रात में मैंने तुम्हें अपने घर पर रुकने के लिए बुलाया है. तुम्हें कोई दिक्कत तो नहीं है न?
मैंने उसके चूचे देखते हुए लंबी सांस भरी और कहा- मुझे कोई दिक्कत नहीं है बल्कि मैं तो चाहता हूँ कि तुम्हें रोज मेरी जरूरत पड़े.

वह हंस दी और इठला कर बोली- बड़े नॉटी हो रहे हो.
मैंने कहा- हां आज और ज्यादा नॉटी होने का मन कर रहा है. वैसे मैं नॉटी अमेरिका वाली साइट भी खूब देखता हूँ.

वह पूछने लगी कि नॉटी अमेरिका … यह कौन सी साइट हैं?
मैंने कहा- अभी बताता हूँ. जरा पहले अपने घर पर बता दूँ कि आज रात मैं बैंक की सुरक्षा में व्यस्त हूँ.

वह हंस पड़ी- मैं बैंक हूँ क्या?
मैंने घर का नंबर डायल किया और जब तक घंटी गई तब तक मैंने कहा- हां तुम बैंक की तिजोरी जैसी ही तो हो. एक मिनट जरा शांत रहना … मैं घर पर बोल दूँ!

फोन उठा तो पापा थे.
मैंने उनसे कहा- मैं आज शुभम के यहां ही रुकूंगा और यहीं रह कर पढ़ाई करूंगा पापा!

पापा ने ओके कह दिया और मैंने फोन काट दिया.
पारो बोली- अच्छा जी झूठ भी बोलते हो!

मैंने कहा- झूठ नहीं सही कहा. यदि मैं अपने पापा से कह देता कि आज की रात मैं अपने साथ पढ़ने वाली एक लड़की के घर में रुका हूँ तो मेरी वह हालत होती जो मैं बता नहीं सकता.

वह हंस पड़ी और बोली- हां यह तो सही है. मैंने भी अपने पापा मम्मी को नहीं बताया है कि रात को मेरे साथ कौन रुकने वाला है. मैंने तो उन्हें यही कहा है कि मैं अकेली ही रहूँगी.
यह कहते हुए पारो ने अपनी एक आंख दबा दी.

उसकी आंख का दबाना मुझे काफी कुछ बता गया था कि आज पारो की चूत मेरे लौड़े के लिए मचल रही है.

उसके बाद मैंने उससे कहा- चलो तो आज हम दोनों अकेले हैं और पार्टी करते हैं.
वह खुश हो गई और बोली- ओके पार्टी में क्या क्या अरेंज करना है?

इस बार मैंने आंख दबाई और उंगली से पैग का इशारा करते हुए कहा- दो दो घूंट … क्या कहती हो?
वह बोली- यार, पहले कभी ली नहीं है.

मैंने कहा- हर चीज का पहली बार कभी न कभी होता ही है. आज मेरे साथ फुल इन्जॉय करोगी तो मजा आ जाएगा.
वह मेरी आंखों में देखती हुई बोली- फुल इन्जॉय … मतलब?

मैंने अपनी एक उंगली को दूसरे हाथ से गोल छेद में करते हुए कहा- मतलब फुल इन्जॉय करेंगे!
वह हंस दी और बोली- चलो देखते हैं … अभी तुम जाओ और सामान ले आओ.
मैंने कहा- ओके, तुम कुछ चखना बना लो.

यह कह कर मैं उठ कर बाहर आ गया और बाजार से व्हिस्की का हाफ ले आया.

जब मैं वापस आया तो उसने मेरे लिए डिनर गर्म कर लिया था और चखना में कुछ काजू भून लिए थे.

हम दोनों ने सोफ़े के पास आकर दारू पीने की तैयारी की.
मैंने दो गिलासों में पैग बनाए और चीयर्स बोल कर जाम टकराए.

उसने एक घूंट पिया और बुरा सा मुँह बनाया.
मैंने अपने हाथ से एक काजू उठा कर उसके मुँह में दे दिया.

वह स्वाद सही करने लगी और मेरी तरफ देखती हुई बोली- काजू से अच्छा लगने लगा.
मैंने कहा- हम्म … पूरा गिलास अन्दर जाएगा तो सब कुछ अच्छा लगने लगेगा.

वह धीरे धीरे गिलास की शराब को अपने हलक में उतारने लगी.

तभी मैंने जेब से सिगरेट की डिब्बी निकाली और एक सुलगा ली.
उसने शायद सिगरेट पहले पी हुई थी तो मेरे हाथ से सिगरेट ले ली और धुआं उड़ाने लगी.

कुछ एक घंटा में हम दोनों ने मजाक मस्ती करते हुए तीन तीन पैग खींच लिए थे और वह नशे में मस्त हो गई थी.

फिर हम दोनों मजे से खाना खाया और मस्ती करने लगे.
तभी मेरे हाथ से उसके चूचे पर सब्जी गिर गई और मैंने अपने हाथ से ही उसे साफ कर दिया.

मेरी इस हरकत से वह सिहर गई और मेरी तरफ कामुक भाव से नजरें उठा कर देखने लगी.
मैंने वापस अपना हाथ उसके दूध पर रखा और इस बार उसका दूध दबा दिया.

उसे भी मजा आने लगा था.
उसने मुझसे कहा- क्या दारू के बाद दूध पीना है?

मैंने मजाक में बोल दिया- मुझे तो दारू के बाद ही दूध पीना पसंद आता है.
मेरे यह बोलते ही उसने अपनी नाइटी का फ्रंट बटन खोला और एक चूची बाहर निकाल कर मेरे मुँह में दे दी.

मैं भी उसके दूध को मजे से चूसने लगा.

उसके मुँह से निकलने लगा- आह आह … उफ्फ़ साले हरामी चूस ले मादरचोद … कब से देख रहा था लौड़े!
उसने यह कहा तो मैंने भी कह दिया- साली रांड, जैसी सजी बैठी थी … कोई नामर्द ही होगा, जिसका लंड खड़ा न हो!

पारो मस्त हो गई थी और उसकी आह आह आवाज आने लगी.
वह पहले से ही गर्म थी; उसकी चूत से पानी निकलने लगा था.

हम दोनों वहीं सोफ़े पर ही लिपट कर किस करने लगे.
मेरे दोनों हाथ उसके चूचों पर जम गए थे.

उसके बड़े मुलायम चूचे मानो बोल रहे थे कि अब देर न करो … मुझे पूरा निचोड़ लो … और आज भूखा जाओ मैं बहुत दिनों से प्यासी हूं!

मैंने उसकी नाइटी उतार दी और उसे चूमने चाटने लगा.

उसे बहुत मजा आ रहा था.
मेरा भी हाल खराब हो रहा था.

मैंने आज तक किसी लड़की को छुआ भी नहीं था इसलिए मेरा लौड़ा खड़ा था.

उसने मेरे लंड को अपने हाथ में लिया तो कहने लगी- जानू, तुम्हारा हथियार तो बहुत बड़ा है!
मैंने कहा- क्यों अभी तक छोटे छोटे ही लिए हैं क्या?

वह हंसी और बोली- साले कुत्ते, मैं कोई रंडी हूँ, जो सब साइज़ के लंड लेती रहती हूँ!
मैंने अपना लंड उसके हाथ में दिया और कहा- नाप कर बताओ कितना बड़ा है?

वह बोली- तुम्हारा लंड 7 इंच का लग रहा है और यह 3 इंच इंच मोटा भी है.
मैंने उसके गाल पर चुम्मी ली और कहा- वाह … तुम्हारी जनरल नॉलेज कितनी बढ़िया है, एकदम सही बताया है तुमने!

वह हंस दी और बोली- वह सब छोड़ो और यह बताओ कि अब तक कितनों को जन्नत दिखाई है इसने?
मैंने कहा- शायद तुम सच नहीं मानोगी, लेकिन मैं अब तक कुँवारा हूँ.

वह एकदम से हैरान रह गई और अचानक से उसके मुँह से निकला- हाऔ … मतलब मुझे फ्रेश माल मिला है!
मैंने कहा- हां साली ले ले आज … सील पैक लंड तेरी चुदी चुदाई चूत में घुसेगा.

वह बोली- हां यार … लेकिन मैंने सिर्फ दो बार ही सेक्स किया है. मैं भी ऐसी कोई रोज रोज चुदने वाली लड़की नहीं हूँ!
मैंने उससे आगे कुछ नहीं कहा.

वह बिना मेरे कहे मेरे लौड़े को चूसने लगी.

उसके लंड चूसते ही मेरा पानी निकल गया.
वह हंसने लगी.

मुझे बहुत बुरा लगा.
लेकिन कुछ देर बाद उसने मेरा लंड फिर से मुँह में ले लिया और चूसने लगी.

‘ऑफ … उफ्फ़ …’ मेरी सिसकारी निकल रही थी.
उसके मुँह में लंड देना मेरे लिए जन्नत के सुख के जैसा था.

लगभग 20 मिनट तक लंड चुसवाने के बाद मैंने उसके बाल पकड़े और उसके मुँह को जोर जोर से चोदने लगा.
वह भी अपनी चुसाई की कला का प्रदर्शन करने लगी.

सच में बड़ा कमाल का लंड चूसती थी वह … उसने लंड को चूसना जारी रखा और साथ ही मेरे टट्टे भी सहलाने लगी.
कुछ ही देर में उसने मेरे लंड को खड़ा कर दिया.

वह लंड सहलाती हुई बोली- अब मत तड़पाओ, चोद दो मुझे अनुज … आज पारो सिर्फ तेरी है और अब से तेरी ही रहेगी बस जल्दी से चोद दो … मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा.
मैंने उसकी चूत पर अपना हाथ रखा तो वह भट्टी की तरह जल रही थी.

मैंने देरी किए बिना उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.
उसकी चूत में जीभ डाल कर उसकी चूत का रस चूसने लगा.

आह उसकी चूत का नमकीन पानी पी कर कितना मजा आ रहा था.

यंग गर्ल नाईट सेक्स शुरू करते हुए मैंने लंड हिलाया और चुदाई की पोजीशन बनाकर चूत पर लंड टिका दिया.
वह गांड उठाने लगी और मैंने एक झटके में उसकी चूत में लंड घुसेड़ दिया.

मेरा तीन इंच मोटा लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया और वह जोर जोर से चिल्लाने लगी.

उसकी चीख पूरे कमरे में गूंजने लगी.
वह रोने लगी लेकिन अब मैं कहां कुछ सुनने वाला था.

मैं बिना रुके उसे चोदने लगा.
उसकी चीखें मुझे और ज्यादा उत्तेजित कर रही थीं.

उसकी चूत मैं और तेजी से उससे चोदता जा रहा था.

कुछ देर बाद उससे भी चुदने में मजा आने लगा और वह मेरा साथ देने लगी.
वह अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी थी- आह अनुज … मजा आ रहा है … अनुज चोदो मुझे … उफ्फ फाड़ दो मेरी चूत … आज से मैं तेरी हूँ अनुज उफ्फ चोद दो मुझे!

उसकी मादक आवाजें मुझे और उत्तेजित कर रही थीं और मैं धक्के पर धक्के दे रहा था.

कुछ ही देर बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया.

उस रात मैंने उसे 4-5 बार चोदा और नंगा ही उसके साथ सो गया.
सुबह उठ कर मैं अपने घर आ गया.

अब मैं पारो को जब चाहे चोद लेता हूँ.

दोस्तो, मेरी यह यंग गर्ल नाईट सेक्स कहानी आपको कैसी लगी?
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