विधवा बुआ को बहन की मदद से चोदा

(Hot Bua Hindi Xxx Kahani)

हॉट बुआ हिंदी Xxx कहानी में मैंने अपनी एक बुआ की बेटी को चोद चोद कर पूरा मजा लिया. फिर मैं उसे लेकर दूसरी बुआ के घर गया. वह विधवा थी. वहां बुआ की चुदाई का जुगाड़ बन गया.

दोस्तो, मैं बंटी!
मेरी पिछली कहानी
बुआ की जवान बेटी को गर्लफ्रेंड बनाकर चोदा
अब तक आपने पढ़ा था कि मैंने अपनी बुआ की लड़की ज्योति को अपनी गर्लफ्रेंड बना कर चोदना शुरू कर दिया था और उसके जरिए मैं अपनी दूसरी विधवा बुआ को चोदने की स्कीम सैट कर रहा था.

अब आगे हॉट बुआ हिंदी Xxx कहानी:

सुबह मैं और ज्योति एक साथ उठे और ब्रश कर रहे थे.
बुआ घर के बाहर कुछ काम कर रही थीं.

ज्योति ने पूछा- अब मैं क्या बोलूँ कि मैं नाइटी ऊपर उठा कर क्या कर रही थी?
मैंने कहा- बोल देना कि तू उंगली डाल रही थी … क्योंकि वे भी इस उम्र से गुजर चुकी हैं तो समझ जाएंगी!

ज्योति चुप होकर कुछ सोचने लगी.
मैंने ज्योति से फिर से कहा कि अगर वे मान जाती हैं, तो तू बुआ से उनकी सेक्स लाइफ के बारे में पूछना शुरू कर देना!

फिर जब मैं नहाने गया था तो ज्योति को बुआ ने बुलाया और पूछ लिया- क्या कर रही थी रात को?
ज्योति ने उंगली वाली बात बता दी.

बुआ ने कहा- यह सब इस उम्र से नहीं करना चाहिए.
ज्योति ने पूछा- तो किस उम्र में करना चाहिए?

बुआ बोलीं कि जब तुम्हारे पास कोई रास्ता नहीं हो, तब करना चाहिए.
ज्योति ने आख़िरकार पूछ ही लिया- मौसी आप भी करती हो क्या?
वे बोलीं- हां पहले करती थी मगर अब नहीं करती हूँ.

उन्हें खुद इस तरह की बातें करने में अच्छा लग रहा था तो वे दोनों इसी तरह की बातें करने लगीं.

बुआ ने ज्योति को बताया कि वे कितनी असन्तुष्ट रही हैं. शादी के बाद भी उनको वह सुख नहीं मिला.

जब ज्योति ने मुझे यह सब बताया.
तो मैं हंसने लगा.

ज्योति ने पूछा- क्यों हंस रहा है तू?
मैंने कहा कि आज रात तुम्हें एकदम बुआ के बाजू में सोना है.

वह बोली- क्या होगा उससे … तू क्या करने वाला है?
मैं हंसते हुए बोला- आज बुआ की प्यास बुझाना है!
ज्योति को कुछ कुछ अंदाजा तो था कि मैं ऐसा कुछ करने वाला हूँ.

हम दोनों की आंखों ही आंखों में बात हुई और दोनों हंस पड़े.

अभी मैं आपको बुआ के बारे में बता देता हूँ.
बुआ की उम्र 40 साल की थी और वे सांवली रंग की थीं … पर उनका फिगर इतना मस्त था कि कोई भी उन्हें चोदना चाहे.
बुआ के बूब्स 36 डी साइज के थे, कमर 30 और गांड 38 की थी.

उस दिन हमारा पूरा दिन घूमने में चला गया.
शाम को हम दोनों बुआ के घर वापस आ गए.

बुआ खाना खाने के लिए हमारा ही इंतजार कर रही थीं.
खाना आदि के बाद हम लोग सोने गए तो फिर वैसे ही सोए.

बुआ ने बातों बातों में ज्योति से कहा- कल के जैसे आवाज़ मत निकलना, नहीं तो मेरी नींद टूट जाएगी.
मैंने पूछा- कैसी आवाज़?

बुआ हंस पड़ीं और ज्योति से बोलीं कि तू बता दे अपने भाई को!
ज्योति ने कहा- तुझे बताने वाली बात नहीं है … वह लड़कियों की बात है.

मुझे सब मालूम था तो मैंने भी ज्यादा भेजा नहीं लगाया और लाइट बंद कर दीं.

सोते वक़्त मैं ज्योति के कंबल में जाकर सो गया.
तब 10 बजे थे.

मैं ज्योति के बदन से चिपका हुआ उसके साथ खेल रहा था.
मैंने ज्योति से इशारे से कहा- बुआ जाग रही हैं क्या … चेक कर!

ज्योति ने बुआ के ऊपर हाथ रखा क्योंकि बुआ ने कंबल ओढ़ा हुआ था इसलिए उन्हें कुछ महसूस नहीं हुआ.

अब मैंने भी अपना हाथ ज्योति के हाथ के नीचे बुआ के पेट पर रख दिया, जिससे अगर वे उठ भी जाएं … तो उन्हें ज्योति का हाथ रखा हुआ मिले.

बुआ ने कंबल को अपनी गर्दन तक ओढ़ा था और एक तौलिया अपनी आंखों पर रखी थी.
मैंने ज्योति के पीछे से देखा और हाथ को बुआ के बूब्स पर रख दिया.
पर उनकी तरफ से कोई रिएक्शन नहीं आया.

तब मैं बुआ के दूध दबाने लगा.
वे नींद में थीं, तो उन्हें कुछ मालूम ही चल रहा था.

जब मेरी हिम्मत और बढ़ी तो मैंने जोर से दूध दबाने चालू कर दिए.
अब वे जाग गईं.

तब तक मैंने अपना हाथ वापिस कंबल के अन्दर ले लिया.
बुआ ने देखा कि ज्योति का हाथ उनके बूब्स पर है.
तो उन्होंने कुछ नहीं किया.

करीब दस मिनट के बाद मैंने फिर से वही किया.
इस बार बुआ जाग गईं.
उन्होंने ज्योति के हाथ को साइड में कर दिया और सो गईं.

दूसरे दिन जब हम उठे, तो मैं नहाने गया था.
बुआ ने ज्योति को बुलाया और बोलीं- रात में क्या करती रहती हो!

ज्योति बोली- मैं सोई थी और मस्त सपना देख रही थी.
बुआ ने कहा- तुम्हारा सोने का नाटक मुझे समझ में आ गया. क्या तुम्हें सच में वह सब अच्छा लगता है?
ज्योति कुछ नहीं बोली और हंस कर बाहर निकल गयी.

उस दिन हम सुबह तीनों लोग भगवान के दर्शन के लिए निकले.
ऑटो में मैं एक बैग लेकर बैठा तो मेरा हाथ थोड़ा ऊपर की तरफ था और ज्योति एक बाजू में बैठी थी.

मैंने बुआ को हम दोनों के बीच में बिठाया था.

मंदिर तक का सफ़र लंबा था तो बातें करते करते जा रहे थे.
रास्ता खराब होने के कारण ऑटो हिल रही थी तो बुआ के बूब्स मेरे हाथ से दब रहे थे.

हम दर्शन करके खाना खाने रुके थे.
तभी बुआ वॉशरूम गयी थीं.

ज्योति ने कहा- आज तूने बहुत मज़े लिए हैं!
मैंने उसकी तरफ देख कर कहा- हां यार, क्या मज़ा आता है बड़े बड़े बूब्स दबाने में … और अब तो मेरा दूध पीने का मन कर रहा है.

ज्योति बोली- हम्म … आगे क्या करना है?
मैंने कहा- आज तुम बुआ के बूब्स दबाओगी और अगर वे उठ जाएं, तो दूध पीने के लिए मांगोगी.
ज्योति ने कहा- मैं ट्राइ करती हूँ, पर अगर मौसी ने घर पर बोल दिया तो?

मैंने कहा कि और अगर काम बन गया, तो तुम्हारी जगह मैं रहूँगा.

अब हम दोनों रात होने का इंतजार कर रहे थे.
ज्योति ने कहा- मैं ब्रा और पैंटी उनके सामने उतार कर ही सोऊंगी, उससे मौसी को भी पता चलेगा कि मुझे भी इस काम में अच्छा लगता है.
हमने रात का खाना खाया और सोने के लिए गए.

ज्योति ने बातों बातों में पूछा- मौसी बूब्स में दूध कब आता है?
तो वे बोलीं- जब बच्चा होने वाला होता है तब!
यह कह कर वे उदास हो गईं और रूआंसे स्वर में बोलीं- मेरे नसीब में वह सब नहीं था.
ज्योति ने बुआ के ऊपर हाथ रख कर कहा- सॉरी … मैंने आपको हर्ट किया.

थोड़ी देर बाद मैं वॉशरूम जाने उठा और अपनी अंडरवियर निकाल कर सिर्फ शॉर्ट्स में आ गया व कंबल में उसे भी उतार दिया.
ज्योति ने सोने से पहले बुआ के सामने अपनी ब्रा और पैंटी को निकाल दिया.

बुआ ने उल्टी बाजू करवट ले ली और सो गईं.
मैं चुपके से ज्योति के सोने से पहले बुआ के पास सो गया.

थोड़ी देर बाद बुआ जब गहरी नींद में सोई हुई थीं, तो मैंने अपना एक हाथ उनके बूब्स पर रख दिया और दबाने लगा.
कुछ पल बाद बुआ ने मेरी तरफ करवट ले ली और सो गईं.

ज्योति कंबल में से चुपके से देख रही थी.
मैं फिर से बुआ के मम्मों को दबाना चालू कर दिया.
बुआ थोड़ी सी हिलीं और सो गईं.

मैंने कंबल सर से ढका हुआ था जिस वजह से बुआ यह नहीं समझ पाईं कि ज्योति की जगह मैं हूँ.

अब मैं थोड़ा सा नीचे को सरका और उनके बूब्स के ऊपर मुँह रख दिया.

वे कुछ भी हलचल नहीं कर रही थीं, तो मैंने धीरे से कंबल ऊपर करके उनकी साड़ी पर मुँह रख दिया.

क्या मस्त अहसास था भाई … क्या ही बताऊं! बुआ के बड़े बड़े बूब्स इतने सॉफ्ट थे मानो मक्खन के गोले हों.

मैंने और हिम्मत करके उनकी साड़ी बाजू में की और अब मैं उनके ब्लाउज पर मुँह रख कर धीरे धीरे चाटने लगा था.
बुआ को कुछ गीला महसूस हुआ, तो उन्होंने नीचे देखा.

नींद में उन्हें लगा कि ज्योति बूब्स चाट रही है.
वे वैसे ही सोती रहीं. अब मेरा लंड उठ चुका था.

थोड़ी देर बाद मैंने उनके ब्लाउज के बटन खोल दिए और धीरे से निप्पल तक उंगली लगाने लगा.
उनकी तरफ से कोई हलचल नहीं थी.

मैं उनके एक निप्पल पर अपने मुँह को रख कर होंठों से निप्पल को चूसने लगा.

करीब दो मिनट तक निप्पल चूसने के बाद बुआ जाग गईं और ज्योति समझ कर उन्होंने मुझसे पूछा- क्या कर रही है?
मैंने लड़की की आवाज़ निकाली और बोला कि ऊंऊं .. मुझे दूध पीना है!

मैं इतना सा कह कर फिर से बुआ का निप्पल चूसने लगा.
बुआ की बरसों पुरानी तमन्ना पूरी हो रही थी, तो वे भी अपने बूब को पकड़ती हुई निप्पल चुसवाने लगीं.

मैंने उनके दोनों निप्पलों को बारी बारी से पंद्रह मिनट तक चूसा.
बुआ भी मज़े ले रही थीं … और कामुक सिसकारियां भर रही थीं.

थोड़ी देर बाद वे मेरा मुँह दूर करने लगीं और कहने लगीं- सो जा … अब बस कर.
मैं भी दूर हो गया और सो गया.

सुबह जब बुआ ने उठाया तो उन्होंने देखा कि उनके बाजू में ज्योति नहीं, मैं सोया था.
बुआ सन्न रह गईं … लेकिन उन्होंने कुछ कहा नहीं.

फिर जब मैं बाहर मार्केट गया तब बुआ ने ज्योति से पूछा- तू मेरे बाजू से भाई के बाजू में कैसे सोई?
ज्योति ने बताया कि रात को हम ऐसे ही सोए थे.
बुआ चुप रहीं.

ज्योति में वापस पूछा- क्यों क्या हो गया मौसी?
बुआ ने कहा- कुछ नहीं, कुछ मुझे सपना आया था रात को!

ज्योति ने पूछा- अच्छा और आपने सपने में क्या देखा?
वे बोलीं कि मैं किसी को अपना दूध पिला रही थी.
ज्योति हंस दी.

फिर हम सब दोपहर को खाने बैठे तो ज्योति ने बुआ से पूछा- आपको कैसा लग रहा था सपना देखने के बाद?
बुआ बोलीं- ऐसा लग रहा है मानो मेरी मुराद पूरी हुई हो!
ज्योति मेरी तरफ देखने लगी और मैं मुस्कुरा दिया.

शाम को मैं और ज्योति बाहर घूमने निकले तो मैंने ज्योति को बताया- आज तुम बुआ का दूध पीना … और बाद में मैं चालू हो जाऊंगा.
उसने हां कह दी.

रात में जब हम सब सोने की कोशिश कर रहे थे, तब बुआ ने उठ कर चेक किया कि उनके बाजू में कौन कैसे सोया है.
मुझे पता था कि आज बुआ नहीं सोने वाली हैं, तो ज्योति को मैंने वैसा करने को कह दिया था .. जैसे कल मैंने किया था.

ज्योति ने बुआ के कंबल में उनके बूब्स पर मुँह रखा तो वह आश्चर्यचकित हो गई.
बुआ ने पहले से ही ब्लाउज खोल कर रखा था.
अब ज्योति निप्पल चूसने लगी और मैंने पीछे से ज्योति की चूत में लंड डाल दिया.
हम दोनों मज़े ले रहे थे.

कुछ देर बाद बुआ ने आंख बंद कर ली तो मैं बुआ के थन पर अपना मुँह लगा कर चूसने लगा.
कुछ देर बाद बुआ ने धीरे से मेरे कान में कहा- मजा आ रहा है बेटा … चूसता रह.
जब उन्होंने ‘चूसता रह’ कहा, तो मैं समझ गया कि बुआ ने जान लिया है कि उनका भतीजा ही दूध चूस रहा है.

हॉट बुआ हिंदी Xxx कहानी यहाँ से बन गयी.

मैंने चैक करने के लिए उनकी दोनों टांगों में हाथ को ले जाकर चूत को टटोला.
मैं हतप्रभ था.
बुआ ने साड़ी पेटीकोट ऊपर उठाया हुआ था.

मैं अभी अपने हाथ को हरकत देता कि उसके पहले ही बुआ ने मेरे हाथ को अपनी चूत पर लगा दिया.
उनकी चूत से पानी टपक रहा था.
मैंने उंगली अन्दर कर दी तो बुआ ने ‘आह मर गई …’ कहते हुए एक कामुक सिसकारी भरी.

बस इतना ही हुआ था कि मैंने कंबल अलग कर दिया और अपना लंड ज्योति की चूत से निकाल कर सीधा बुआ की चूत में ठांस दिया.

उनकी दर्द से भरी आवाज निकली और वे मुझे पकड़ कर चुदाई का मजा लेने लगीं.
उसके बाद तो हम तीनों ने थ्रीसम सेक्स का भरपूर मजा लेना शुरू कर दिया.

बुआ हंस कर बोलीं- मुझे शुरू से ही सब मालूम चल गया था कि तुम दोनों सेक्स करते हो और मुझे भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हो. मुझे खुद भी जरूरत थी कि मेरी प्यास घर के ही किसी मर्द से बुझ जाए, ताकि बाहर वाला मेरा नाजायज फायदा न उठा सके.

दोस्तो, उसके बाद तो बुआ के घर में सेक्स का नंगा नाच हुआ और हम तीनों ने जम कर सेक्स किया.

आपको यह हॉट बुआ हिंदी Xxx कहानी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
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