चुम्बन से शुरू गांड पे खत्म-4
गर्लफ्रेंड से मैं बाथरूम में सेक्स करने की कोशिश कर रहा था लेकिन परेशानी हो रही थी. तो मैं उसे बेड पे ले गया. वहाँ उसकी सहेली भी थी, उसके सामने चूत चुदाई!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
गर्लफ्रेंड से मैं बाथरूम में सेक्स करने की कोशिश कर रहा था लेकिन परेशानी हो रही थी. तो मैं उसे बेड पे ले गया. वहाँ उसकी सहेली भी थी, उसके सामने चूत चुदाई!
मैं दिखने में बहुत खूबसूरत हूँ, मैं जॉब की वजह से अलग शहर में रहती थी। मेरे दो यार थे, मुझे खूब चोदते थे। मैं तरक्की पाने के लिए अपने बॉस से भी चुदती थी।
चुदाई किए काफ़ी दिन हो गए तो मेरी गर्लफ़्रेंड ने अपनी सहेली के घर में चूत चुदाई का जुगाड़ बनाया। हम उसके घर गए तो सहेली को देख कर उसकी चूत चोदने का मन करने लगा
मैंने साबुन उसके बदन पर लगाना शुरू किया, अपने हाथों से साबुन उसकी चूचियों पर देर तक रगड़ता रहा, फिर उसकी जाँघों को सहलाया.. उसकी पैन्टी के ऊपर से चूत पर..
पड़ोस में लड़की घर में अकेली रह गई, उसने मुझसे दोस्ती की। एक दिन मैं उसके घर गया.. दरवाजा खुला था, आवाज़ लगाई तो बाथरूम में से आवाज़ आई- मैं नहा रही हूँ।
मैंने रूचि की फ्रॉक को उतार दिया, देखा तो रूचि ने सब पिंक ही पहना था ब्रा और पैंटी दोनों ही पिंक पहनी हुई थी। उसकी नाभि छोटी और गोल थी, मैं नीचे बैठ कर उसकी नाभि को चूमने लगा।
अंकिता ने मुझसे बोला कि उसके अन्दर हवस की प्यास थी.. वो सिर्फ चुदाई का भूखा है.. वो मुझको चोदना चाहता था.. मुझे चोद लिया तो अब वो तुम्हें निशाना बना रहा था।
मेरी प्रेमिका प्यारी, सुलझी हुई देसी भारतीय लड़की है जो अपने ब्वॉयफ्रेंड से बेइन्तिहा प्यार करती है। मेरी ज़िंदगी के दो साल उसके साथ कैसे निकले.. मैं इस हिन्दी सेक्स कहानी में बता रहा हूँ।
घर के सामने वाले घर में एक लड़की मुझे पसन्द थी। वो लड़की तो मानो सेक्स पटाखा थी। उसकी उम्र 18 साल की थी और वो अपनी उठती जवानी में कहर ढा रही थी।
घर के सामने वाली सेक्स पटाखा लड़की जवानी में कहर ढा रही थी। उसने मुझे अपने घर बुलाया लेकिन कहती कि कपड़ों के ऊपर से कर लो। लेकिन मैंने क्या किया, कहानी में पढ़िए।
सेक्स कहानी के इस भाग में है प्रेमिका का प्यार भरा समर्पण, कुंवारी चूत में लंड घुसने का दर्द और मज़ा… प्यार करने वाली लड़की की गांड की चुदाई!
पड़ोस की एक लड़की पैदल आ रही थी, उसे मैं बाइक पर ले घर ले आया। रास्ते में उसकी चूचियाँ मेरी पीठ पर गड़ रही थी तो मेरे मन में सेक्सी विचार आने लगे।
पड़ोस की एक लड़की को पटा तो लिया लेकिन वो सेक्स के लिए नहीं मान रही थी। तो मैंने उसकी एक सहेली से दोस्ती की और उसे उसकी सहेली को सेक्स के लिए राजी करने को कहा।
दिल्ली मेट्रो में सफ़र करते वक्त एक सुन्दर लड़की मेरी दोस्त बन गई। एक शाम हम दोनों मेट्रो में थे, तेज बारिश के कारण मेट्रो में कुछ खराबी आ गई थी। वो मुझे अपने घर ले गई।
कॉलेज में अपनी क्लास की एक लड़की से मुझे प्यार हो गया लेकिन उससे इजहार नहीं कर पाया। कहानी पढ़ कर देखें कि कैसे उसने मेरे मन की बात जानी और मेरे प्रेम को स्वीकार किया।