मेरी रानी की कहानी-2
मैं और रानी आपस में चूमा चाटी करते थे लेकिन इसके आगे हम दोनों बिल्कुल अनाड़ी थे. और हम भी सेक्स के भूखे नहीं थे, हम दोनों प्यार रोमांस भारी जिन्दगी का मजा ले रहे थे.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं और रानी आपस में चूमा चाटी करते थे लेकिन इसके आगे हम दोनों बिल्कुल अनाड़ी थे. और हम भी सेक्स के भूखे नहीं थे, हम दोनों प्यार रोमांस भारी जिन्दगी का मजा ले रहे थे.
एक शादी में रात के अँधेरे में मैंने किसी लड़की से सेक्स किया था. मगर मैं नहीं जान सका कि वो कौन थी. उसके गले के लोकेट से मैंने कैसे उसे पहचाना? क्या सच में वो वही लड़की थी?
अपनी चचेरी बहन को चोदने के बाद मेरी कामुक नजर अपने दोस्त की जवान होती बहन पर पड़ी. वो भी मुझे लालसा से देखती थी. मैंने उसे कैसे पटा कर चोदा? पढ़ें मेरी सेक्स स्टोरी में!
दो माह पहले मैं अठारह की हुई तो पापा ने मुझे मोबाइल दिया. पहली बार मोबाइल पर एडल्ट कंटेंट सर्च कर मैं अन्तर्वासना तक पहुँच गयी. मेरा भी मन मचलने लगा कि एक बार मैं भी...
रानी बिन पानी की मछली के तरह तड़प रही थी, वो बोली- आशु मुझे सेक्स करना है। मुझे इसे पूरा करना है। आज मुझे बीच में मत रोकना!
मैं अपनी छोटी भतीजी को चोद रहा था. उसकी कुंवारी चूत की सील टूट चुकी थी. अब चूत रस निकलने के कारण लंड सुगमता से अंदर बाहर हो रहा था. लेकिन उसकी बड़ी बहन...
अपनी बड़ी बहन की चुदाई देख कर छोटी वाली की कामुकता अपने चरम पर थी. वो मुझसे गुस्सा थी लेकिन अपनी वासना के कारण वो फ़टाफ़ट मुझसे चुदना चाह रही थी.
मैं मौसी की बेटी की शादी में गयी थी पन्द्रह दिन के लिए. उन दिनों में कई मर्दों ने मेरी चुदाई की. इस भाग में पढ़ें कि मैं अपनर दादा की उम्र के आदमी से चलती कार में कैसे चुदी.
मेरे पड़ोस में एक परिवार रहने आया था। उनकी बेटी मेरी ही हम उम्र थी। एक बार मैं उनके घर गया तो देखा कि लड़की सो रही थी, उसकी नाईटी घुटनों तक ऊपर थी. फिर मैंने क्या किया?
मेरे काल सेण्टर में काम करने वाली एक लड़की मुझे पसंद करने लगी, उससे मेरी दोस्ती हो गयी. एक बार सिनेमा हाल में हम दोनों आपस में चूमाचाटी से गर्म हो गए और ...
वे दोनों मेरे बिस्तर में थे और मेरी स्कर्ट ऊपर कर चुके थे. मैं बीच में लेटी थी.. और मेरे अगल बगल में वो दोनों लेटे हुए थे.
मम्मी ने मुझे जगाया पर मम्मी मुझसे नजरें नहीं मिला पा रही थीं, ना मुझसे बात कर पा रही थीं. मुझे भी संकोच लग रहा था. आखिर रात में मैंने मम्मी को चुदवाते जो देखा था.
शादी के मदप में मैं लहंगे के नीचे बिना पैंटी के हो गई. अब भी निहाल मेरे लहंगे में घुसा हुआ था. उसने पहले मेरी पीछे गांड को थोड़ा सा फैलाया और जीभ से चाटने लगा.
मैं भाई की ससुराल गया तो भाभी की बहन यानि भाई की साली मुझे पसंद आ गयी. उससे मेरी दोस्ती भी हो गयी. मैंने उससे शादी करना चाहता था. लेकिन हुआ क्या?
मैं मदहोश हो चुकी थी. मैंने अपना मुँह खोल दिया तो अपनी जीभ को मेरी जीभ से जोड़ दिया. वो मेरी जीभ अपने होंठों से चूसने लगा. साथ ही वो नीचे चूत में कस कस के लंड के धक्के मारने लगा.