ससुराल में जीजा साली की अन्तर्वासना -1
सास ससुर की देखभाल के लिए विकास एक महीने के लिये ससुराल गया। वहाँ उसकी साली भी माँ बाप की सेवा के लिये आई हुई थी। अब जीजा साली ने वहाँ क्या गुल खिलाये।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
सास ससुर की देखभाल के लिए विकास एक महीने के लिये ससुराल गया। वहाँ उसकी साली भी माँ बाप की सेवा के लिये आई हुई थी। अब जीजा साली ने वहाँ क्या गुल खिलाये।
साली की चुदास ने उसे बेशर्म बना दिया, वो जीजू से चुद गई। अब उनका रोज का काम हो गया तो साली एक ही तरीके की चुदाई से ऊब गई, उसने जीजू से कुछ नया करने को कहा।
अपने जीजू से चुदते हुए साली ने जीजू को एक गिफ़्ट देने की बात कही। वो गिफ़्ट थी साली की चचेरी बहन की अनछुई कुंवारी चूत… इन्डियन कॉलेज गर्ल की चूत!
मैंने अपना लौड़ा उसकी चूत में से निकाला और कंडोम हटाकर अपना लौड़ा उसकी चूत में घुसेड़ दिया और जोर-जोर से झटके लगा कर अपना सारा माल उसकी चूत में भर दिया।
मेरी माशूका मेरे घर में आई हुई थी, हम पहली बार सेक्स करने जा रहे थे तो वह इसे सुहागरात की तरह से कर रही थी। हम दोनों पूरे नंगे थे और वो मेरे नंगे बदन से खेल रही थी।
मेरी साली अपने यार से तो चुदती है, पता नहीं मुझे भु अपनी चूत दे देगी या नहीं?' मेरे पति से उनके दोस्त ने पूछा। आखिर उसने अपनी साली को कैसे चोदा, पढ़िए इस कहानी में!
जीजा से बदला लेने के लिये मैंने उसे पटाने की सोची और मौका मिलते ही उसे अपने सेक्सी बदन के दर्शन कराने लगी। मेरे उद्देश्य उसे अपनी चूत देकर भी अपना पेशाब पिलाना था।
नमिता उसे फ्लांईग किस देते हुए बोली- जानू, तुम्हें तो रोशनी में मजा आता है और तुम तो मुझे पूर्ण रूप से नंगी देखना चाहते हो ना… और मैं अभी पूरा नंगी कहाँ हुई हूँ!
मेरी साली मुझे बहुत पसन्द करती है, हम दोनों की शुरू से जमती थी लेकिन कभी कुछ कह नहीं पाए। उसकी शादी के बाद मैं उसके घर गया तो उसने दिल की बात कह ही दी।
मैं अपनी विवाहित साली के घर में उसके साथ था और वो मुझसे चुदने के लिए उतावली दिख रही थी, उसने कहा- मुझे प्यार करते हो तो कहते क्यों नहीं! और उसके बाद…
अगले दिन साले साहब चले गए लेकिन सलहज कुछ दिन के लिए रुक गई। वो क्यों नहीं गई अपने पति के साथ? क्या मेरी बीवी बीमार थी इसलिये या कोई अन्य कारण था?
मेरी सलहज पर मेरा नशा इस कदर छया हुआ था कि उसने अपना सब कुछ मुझे अर्पित कर दिया। मैंने उसकी गांड में उंगली की तो उसने मुझे गांड मारने की भी इजाजत दे दी।
मेरी सलहज मुझ पर कुछ ज्यादा ही फ़िदा थी, वो मुझे खुश करने के लिये काफ़ी कुछ कर रही थी, सुबह सुबह उसने झांट के बाल साफ़ करके मुझे अपनी चूत दिखाई। कहानी का मजा लें।
मैंने उसे कूल्हे फैलाने के लिये कहा, उसने अपने कूल्हे फैला लिए, मैंने पास पड़ी शीशी से तेल उसकी गांड में डाल दिया और अपने लंड पर मल लिया, उसकी गांड काफी चिकनी हो चुकी थी।
पहले दिन लेस्बीयन सेक्स करके दोनों बहनों की शर्म मिट चुकी थी, उन्हें सेक्स के इस खेल में मजा आने लगा था। जब रीमा का पति घर आए तो तीनों एक ही बेड पर सोये।