सपने में गांड मरवाई

मेरा नाम विकास है, भोपाल में रहता हूँ, मेरी उम्र बाइस साल है और मेरा कद 5 फीट 11 इंच, रंग गोरा और स्लिम बॉडी है, दिखने में किसी मॉडल जैसा हूँ। मैं आपको जो कहानी बताने जा रहा हूँ वो मैं अक्सर सपनो में देखा करता हूँ ! दरअसल मैं कुछ दिन पहले जिम […]

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मेरी गांड की शादी हो गई-1

प्रणाम दोस्तो! आपने तो मुझे अपने दिल में जो जगह दी है, मैं बता नहीं सकता कि कितना खुश हूँ मैं! आपने मेरी एक भी मेहनत को जाया नहीं जाने दिया। यह कोई आसान काम थोड़े ही होता है कि गांड भी मरवानी, पढ़ाई भी करनी, गाण्ड चुदाई की कहानी लिखनी और फिर वक़्त निकाल […]

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मेरी गांड की शादी हो गई-2

अब पिछले भाग से आगे लिखने जा रहा हूँ। मैंने ब्रा-पैंटी पहन ली शाम को और रात को उसके आने से पहले कमरे में कपड़े बदल बैठ गया। वो मैस से खाना खाकर आया और लेट गया, बत्ती बंद कर दी। थोड़ी देर बाद मैंने उसकी तरफ बढ़ना शुरु किया। वो सोया नहीं था, मैं […]

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मेरी गांड की शादी हो गई-3

मकर सक्रांति के पास चार दिन के लिए कॉलेज बंद था, वो घर चला गया। मैंने सोचा इतनी दूर पंजाब जाऊँगा वो भी इतने कम दिनों के लिए! मैं नहीं गया अपने घर। उसके जाने के बाद मैं अकेला हॉस्टल में था। अगले दिन मुझे मालूम हुआ कि तीसरा लड़का भी दोपहर बाद आ रहा […]

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शायद मैं लड़की हूँ

प्रेषक : प्रवीणा मैं प्रवीना अपने समलिंगी सेक्स के अनुभव भेज रहा हूँ। मुझे अपने समलिंगी होने का एहसास तब हुआ जिस वर्ष मैं एक इंजिनीयरिंग कालेज के लिए चुना गया और मुझे उस कालेज के होस्टल में रहने के लिए जाना पड़ा। मैं पहली बार अपने घर से दूर आ गया था। वहाँ हर […]

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गैरेज में पुताई वाले से

प्रेषक : वही आपका प्यारा सनी मेरी कभी कोई चुदाई ऐसी नहीं जो मैं लिख दूँ और गुरु जी उसको प्यार ना दें, छापें ना ! उसके बाद सभी पाठकों को जो इस सनी को प्यार करतें हैं। मैं कभी झूठ नहीं लिखता यह मेरे पाठक जानते हैं, अन्तर्वासना के ज़रिये वो जब मुझे याहू […]

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रूम पार्टनर से मरवाई

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा सलाम ! यह मेरी पहली कहानी है। मेरा नाम अवनीश यादव है, मैं कम्पयूटर साइंस तृतीय वर्ष का छात्र हूँ। बात उन दिनों की है जब मैंने अपनी बारहवीं की परीक्षा पास करके बी. टेक. में प्रवेश लिया था। मैंने होस्टल में रहना तय किया क्योंकि मैंने सुन रखा […]

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बुड्ढों के महान लौड़े

आपका प्यारा दुलारा : सनी एक बार फिर हाज़िर हूँ.. नमस्ते गुरूजी, प्रणाम दोस्तो, कैसे हैं सभी ! अन्तर्वासना का धन्यवाद कैसे करूँ जिसकी वजह से मेरी चुदाई लोगों के सामने आ रही है और मुझे बहुत लौड़ों की पेशकश आने लगी है। अब तो मेरी गाण्ड और मस्त हो चुकी है, और गुदगुदी हो […]

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एक गाण्डू की चुदाई

दीपक शर्मा मेरा नाम दीपक है, दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं एक ऐसा लड़का हूँ कि मुझे औरतों की योनि और मर्दों का लिंग दोनों बहुत भाते हैं। मेरे लिंग का आकार 8″ है। मेरी गाण्ड भी बहुत गोल और सेक्सी है। मैं आपको बताने जा रहा हूँ कि मेरी गाण्ड पहली बार किसने […]

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नए माली से भी गाण्ड मरवाई

आपका : सनी गाण्डू आप कैसे हो पाठको? प्रणाम ! लो सबकी शिकायत दूर करते हुए आपका सनी अपनी एक मस्त चुदाई के संग हाज़िर है। पाठको, लण्ड के बिना रहना मेरा मुश्किल सा है इसलिए कहीं भी मौका मिले, मैं नहीं चूकता। इसीलिए हर चुदाई नहीं लिख सकता, जब किसी नए लण्ड से चुदता […]

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रात के सफ़र में मिले लौड़े

लेखक : सनी सभी पाठकों को भी मेरी तरफ से बहुत बहुत प्यार ! सभी कह रहे हैं कि सनी यार, अपनी कोई और चुदाई के बारे लिख ! मुझे पाठकों को निराश नहीं करना है क्योंकि मैं गाण्ड तो खूब मरवाता हूँ लेकिन हर किस्सा तो नहीं बताया जाता। फिर भी मैं आपको एक […]

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पूरे हुए सपने-1

सर्दियों में दो दोस्त एक ही रजाई में बैठे पढ़ रहे थे, दोनों के लण्ड खड़े थे, बीच बीच में वे उसको सहला रहे थे, दोनों जानते थे कि जब तक मुठ नहीं मारेंगे, साला लण्ड बैठेगा नहीं और वे पढ़ नहीं पाएँगे।

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पूरे हुए सपने- 2

कहानी का पिछ्ला भाग: पूरे हुए सपने-1 एक दिन हिम्मत कर के दोनों ने यासीन से पूछ ही लिया कि वो गाण्डू कैसे बना। तो सुनिए यासीन की जुबानी : हमारे यहाँ घर छोटे छोटे होते हैं और रहने वाले ज्यादा, हम कामुक भी ज्यादा होते हैं, छोटी उम्र से ही हमारे यहाँ चुदाई का […]

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उन दिनों की यादें-1

प्रेषक : गुल्लू जोशी मेरा नाम गुलशन जोशी है। मुझे कॉलेज में किसी ऐसे विषय में एडमिशन लेना था जिसमें जल्दी नौकरी मिल सके। मुझे किसी ने होटल मेनेजमेन्ट में दाखिला लेने की सलाह दी। मैंने इस हेतु कुछ लोगों की राय भी ली। किसी ने कहा- भैया जी, मत जाना इस लाइन में, बहुत […]

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उन दिनों की यादें-2

प्रेषक : गुल्लू जोशी कहानी का पहला भाग: उन दिनों की यादें-1 अगले दिन मनोज एक नई सीडी लाया था। वो भी समलिंगी लड़कों की सीडी थी। रोज की तरह हम दोनों ने स्नान किया। मैं तो आज लुंगी में ही था। उसे भी मैंने एक लुंगी दे दी। मुझे लगा कि कुछ मामला हुआ […]

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