समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-1

प्रेषिका : नीनू मेरा नाम नीनू है, मैं पंजाबन हूँ, मेरी उम्र इस वक़्त सताईस साल की है, मैं बहुत गर्म, प्यासी, चुदाई की भूखी किस्म की औरत हूँ, इसकी वजह है मेरी शादी लेट होना ! कहते हैं कि मैं मंगलीक हूँ इसलिए मेरी शादी देर से हुई। मैं बहुत खूबसूरत हूँ, कितने ही […]

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समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-2

प्रेषिका : नीनू उसने और अंदर किया, फिर रुक कर और अंदर कर पूरा घुसा दिया। मैं हिम्मत करके सह गई, उसको नहीं रोका। जल्दी वो भी आराम से रगड़ने लगा और मुझे मजा आने लगा। आधे घंटे बाद जब वो रुका तो मैं संतुष्ट थी, मैंने उसके होंठ चूम लिए। “पसंद आया तुझे?” “बहुत […]

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समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-3

प्रेषिका : नीनू “दोनों ऊपर आ जाओ, मेहमान हो मेरे, फिर कहोगे भाभी ने बैठने को नहीं कहा।” राहुल बोला- साली, हम तो तेरे साथ लेटना चाहते हैं ! “यह हुई मर्द वाली बात, तुम दोनों कुत्ते हो और मैं तुम दोनों की कुतिया हूँ !’ मैंने पैंटी भी उतार फेंकी, एकदम चिकनी फ़ुद्दी देख […]

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समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-4

प्रेषिका : नीनू मुझे ससुराल में प्यास बुझाने का साधन मिल गया, पति तो था ही नाकारा ! वो मेरे पास रात के सिवा कम ही आता, वो जानता था उसमें कुछ नहीं है। सासू माँ मेरे पीछे पड़ गई कि पोता का मुँह दिखा ! पोते का मुँह कहाँ से दिखाती ! पति जानता […]

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समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-5

प्रेषिका : नीनू “हाँ भगतनी, मेरी सेविकाओं ने इसका मुआयना किया, पूरी पूरी आस है बच्चा होने की ! बस जब जब कहूँ पूजा करवाने भेजती रहना !” शाम को सासू माँ बोली- जा ! मैंने कहा- मुझे यह सब पाखंड लगते हैं, वो पाखंडी है, मुझे नहीं जाना वहाँ। “तेरी माँ भी जायेगी कुतिया […]

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मौसम की करवट-1

वो आकर मेरी गोद में बैठ गई और अपनी बाहों को एक हार की तरह मेरे गले में डाल दिया। मैंने भी उसको अपनी बाहों में लिया और हमारी प्रेम कहानी शुरू हो गई...

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पहला आनन्दमयी एहसास -1

उसने काले रंग का सूट पहन रखा था और उसमें वो और भी खूबसूरत नज़र आ रही थी। उसने मुझे अन्दर बुलाया, दरवाजा बंद कर दिया और बोली- अन्दर कमरे में आ जाओ...

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चाँदनी चौक की तंग गलियों में

मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, मैं 24 वर्षीय जवान मस्त लड़का हूँ, अभी तक कई कुंवारी चूतों का मजा ले चुका हूँ। मैंने पहली चुदाई दिल्ली में की थी, वह चुदाई आज भी मुझे याद है, उसका चीखना और चिल्लाना आज भी मेरे कानों में मधुर स्वर की तरह गूंजता है। मन-मस्तिष्क में गुदगुदी […]

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पहला आनन्दमयी एहसास -2

वो अब मेरा साथ देने लगी और उसके हाथ मेरे बालों में फिरने लगे.. मेरा लण्ड जैसे अन्दर-बाहर आता जाता तो उसकी आह भरी आवाज मेरा जोश बढ़ाने लगी।

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पहला आनन्दमयी एहसास -3

मैं अम्बिका की चूत बड़े जोश से चाट रहा था तो रोशनी बड़ा स्वाद लेकर मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूस रही थी। हम तीनों मदहोश हो चुके थे..

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बिन ब्याही कुंवारी दुल्हन की सुहागरात

प्रेषिका : श्रद्धा वैद्य प्रिय पाठको, यह मेरी सच्ची कहानी है, दस साल पुरानी बात है, मैं अमरावती में रहती थी, पापा और ममा नौकरी करते थे। मैं उनकी अकेली लाडली बेटी थी। वे दफ़्तर चले जाते और मैं स्कूल ! शाम को हम घर आते, हमारा घर काफी बड़ा था इसलिये पापा ने सोचा […]

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मेरा पहला साण्ड

मेरा नाम जूही परमार है, मैं मुरैना की रहने वाली हूँ, पढ़ने में होशियार और होनहार लड़की हूँ। मैं एक छोटे से कस्बे से ताल्लुक रखती हूँ इसलिए एक बड़े शहर इंदौर में पढ़ने आई हूँ। इस शहर में मेरा कोई जान-पहचान वाला नहीं है तो मेरे पापा ने मुझे हॉस्टल में रुकने की आज्ञा […]

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एक कुंवारे लड़के के साथ-5

कहानी का चौथा भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-4 अब आगे : एक बार मनीष ने मुझे फोन करके मिलने की इच्छा की। मैंने उसे शाम को मिलने के लिये जगह बता दी। शाम को कोई 07.00 बजे मनीष आया तो उसके साथ एक लड़का और भी था। मनीष ने परिचय करवाते हुए बताया- […]

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एक कुंवारे लड़के के साथ-6

कहानी का पहला भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-1 कहानी का पाँचवाँ भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-5 कुछ देर बाद हम दोनों ने अपने अपने चेहरे साफ़ किये और दोनों लड़कों के साथ सोफे पर बैठ गईं। रचना ने सब के गिलास भर दिये और पीते पिलाते हम चारों में फिर से […]

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राज़ की एक बात

प्रेषक : समीर सर्वप्रथम आप सभी को मेरी ओर से प्यार भरा नमस्कार ! मेरा नाम समीर है, मेरी उम्र 20 वर्ष है, दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं इंजीनियरिंग कर रहा हूँ, और मैं एक जिगोलो हूँ। अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है, अगर कोई गलती हो तो मैं क्षमा चाहता हूँ। मुझे […]

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