चूत चुदवाने को मान ही गई वो आखिरकार
मोहल्ले की एक लड़की मुझे पसन्द थी, लगता था कि वो भी मुझे पसन्द करती है। उसका फ़ोन नम्बर कहीं से लेकर मैंने फ़ोन किया और बात बन गई। उसकी चुदाई की कहानी पढ़ें!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मोहल्ले की एक लड़की मुझे पसन्द थी, लगता था कि वो भी मुझे पसन्द करती है। उसका फ़ोन नम्बर कहीं से लेकर मैंने फ़ोन किया और बात बन गई। उसकी चुदाई की कहानी पढ़ें!
नंगी फ़ोटो वाली किताब मेरे दोस्त ने दी मुझे! तब तक मैंने ऐसा कुछ नहीं देखा था। पड़ोस की एक लड़की को मैंने यह किताब दिखा कर कैसे पटाया और चोदा, कहानी में पढ़िए।
मैं सपने में चोदता था कभी पड़ोस की किसी सेक्सी लड़की, भाभी को तो कभी सनी लियोनी और सविता भाभी को और कभी कैटरीना कैफ़, अनुष्का शर्मा, प्रियंका चोपड़ा, दीपिका को!
'ऐसी औरत की चुदाई करूँ, जो उम्र में मुझसे बड़ी हो और अगर उसके बोबे दूध से भरे हों, तो और भी मज़ा आ जाये…' यह थी मेरी दिली इच्छा… कैसे पूरी हुई, कहानी पढ़िए!
मकान मालिक की बेटी के लिए एक दिन मेरे मुख से निकल गया- अच्छी लग रही हो. उसी दिन से मेरी नजर उस पर हो गई. कहानी पढ़ कर देखें कि उसकी कुंवारी चूत मुझे कैसे मिली.
मैं एक आर्मी ऑफिसर के घर में किराये पर रहता हूँ। शादी के कुछ दिन बाद ही वो ड्यूटी पर चला गया तो घर में उसकी बीवी और एक नौकरानी रह गई। कहानी पढ़ कर देखिए!
सिमरन… मेरे मकान मालिक की बेटी… 19 साल की… छत पर सैर करते हुए हम एक दूसरे को देखते थे। उसके साथ मेरे प्यार की पींगें कैसे चढ़ी और हमारा प्यार कहाँ तक पहुँचा?
मेरी पहली गर्लफ़्रेंड मेरठ की थी, मुझे यकीन नहीं होता था कि मुझे इतनी सुन्दर गर्लफ्रेंड मिलेगी। हमारी बातें सेक्स पर पहुँच गई, उसे मैं होटल में ले गया।
वह भी खुद को उसी मनःस्थिति में पा रही थी कि जल्दी से सब हो जाये, सोनू एकदम योनि में अपना लिंग घुसा दे और इतने धक्के लगाये कि उसकी बरसों की चाह पूरी हो जाये।
जब एक बार गाड़ी ठीक रफ़्तार में दौड़ पड़ी तो उसे उस सुख की अनुभूति हुई जिसके लिये वह तड़प रही थी, जिसके लिये उसने वर्जनाओं को ठोकर मारी थी।
दिमाग में भरे हुए इस कचरे को निकाल फेंको कि हम कोई सामाजिक मर्यादा या वर्जना तोड़ रहे हैं। हम वे विकल्पहीन औरतें हैं जिनके पास चुनने के लिये कुछ है ही नहीं।
तुम जानते हो मेरी छातियाँ अब बहुत बड़ी हो गई हैं। मेरे सारे ब्लाउज अब मुझे छोटे होने लगे हैं। जब मैं नदी के ठन्डे पानी में नहा रही थी तब मेरे निप्पल भी एकदम कड़क होकर तन गए थे।
मौसी शीशे के सामने एकदम नंगी खड़ी थी, मैं देखता रह गया! मौसी मेरे पास आई, मुझे बाँहों में जकड़ लिया, मेरी लुल्ली खड़ी हो गई, मौसी ने मुझे कपड़े उतारने को कहा।
मुझ सेक्स की भूख करीब कई साल पहले से लगी और कभी जब बहुत ज्यादा मन करता तो रंडियों के पास चला जाता या फिर हाथ से हिलाकर शांत हो जाता था।
मैंने उसे बांहों में भर लिया और उसे चूमने लगा, वह भी मुझे चूमते हुए मेरे लंड को सहलाने लगी। जब मैंने उसके कपड़े उतारे तो मैं पहली बार नंगी लड़की देख रहा था।