पड़ोसन भाभी उनकी सहेली और बेटी को चोदा-4
भाभी मेरे पास एक प्यासी भाभी को लेकर आई. मैंने उसे भी पेला. लेकिन भाभी की बेटी एक बार अपनी चूत चुदाई के बाद दोबारा नहीं आई तो मुझे उसकी चूत याद आने लगी.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
भाभी मेरे पास एक प्यासी भाभी को लेकर आई. मैंने उसे भी पेला. लेकिन भाभी की बेटी एक बार अपनी चूत चुदाई के बाद दोबारा नहीं आई तो मुझे उसकी चूत याद आने लगी.
आंटी ने मेरा लंड पकड़ लिया और चूसने लगी. मैं हैरान था कि आंटी यह क्या कर रही हैं. लेकिन पहली बार होने के कारण मैं आंटी के मुँह में झड़ गया. उसके बाद ...
अपने पड़ोस की मां बेटी को मैं पटा चुका था बस चोदना बाक़ी था. एक दिन उनका लड़का मेरे घर आया तो मौक़ा कुछ ऐसा बना कि सेक्स की बात होने लगी. फिर मैंने क्या किया?
मैं शुरू से ही एक मुँह बोली आंटी के घर पर आता जाता रहा हूं. आंटी मुझे बहुत प्यार करती हैं. एक दिन मुझे पता लगा कि आंटी की चूत चुदाई की प्यास नहीं बुझ रही.
अन्तर्वासना पर मेरी कहानियों को पढ़कर कई महिला मित्र बनीं लेकिन एक महिला मित्र ऐसी निकली जो मेरी ही पड़ोसन भाभी थी. उसने मेरी चोरी कैसे पकड़ी?
हल्की सी मुस्कुराहट के साथ मेरी बहू बेड पर पड़े तौलिये से अपने जिस्म को अच्छे से पौंछने लगी. उसके बाद बड़ी इत्मीनान के साथ उसने अपने कपड़े पहनने शुरू किया.
फेसबुक से मेरी दोस्ती मेरे ही शहर की एक भाभी से हुई. हम चैट पर बात करने लगे लेकिन सेक्स की कोई बात नहीं हुई. एक बार उसने मुझे अपने घर खाने पर बुलाया.
आराम से तो पति भी चोदता है. थोड़ा रगड़ के गहरी चुदाई हो, थ्रीसम, ग्रुप हो तो मजा आये। मैं चाहती हूँ कि मैं बड़े-बड़े लंड से घंटों चुदूं जब तक मैं थक कर गिर ना जाऊं।
मेरी बीवी तुरंत डॉगी पोज में आ गई. उसकी गांड इस पोज में काफी बड़ी और उभरी हुई दिख रही थी. लड़के ने मेरी बीवी की गांड पर हाथ फेरा और चूतड़ों पर चपत लगाई.
हमारी चूत भी कुलबुलाने लगी थी. हम लोगों ने आज तक इतने करीब से किसी मर्द का लंड नहीं देखा था. पेंट की जिप नीचे खिसकने लगी और हमारी धड़कनें तेज होने लगीं.
मेरा हाथ मेरे मम्मे, चूत सहला कर मुझे उत्तेजित कर रहा था. मैं बड़ी शिद्दत से केले को मुँह में चूसने लगी. मैंने उसे इतना चूसा कि सच का लंड होता तो पानी छोड़ चुका होता.
मेरे पति मुझे बहुत प्यार करते हैं। लेकिन मेरे देवर भी मेरा बहुत ख्याल रखते हैं. हम दोनों में लगाव हो गया था. देवर भाभी का यह प्रेम एक रात देवर भाभी सेक्स में बदल गया.
मैंने अपने एक एक्स बॉयफ्रेंड पर भरोसा किया था. मगर साले ने मुझे एक अच्छी भली शरीफ घरेलू औरत से एक रंडी का लेबल मेरे माथे पर लगा दिया।
समझ में नहीं आ रहा था कि ये आदमी घटिया है, या मेरा चूतिया यार घटिया है, या फिर मैं ही साली घटिया हूँ। मगर इस सब के लिए अभी कोई वक्त नहीं बचा था।
मैंने एक सेक्सी लड़की अपने ऑफिस में यह सोच कर रखी कि इसकी चूत मारूंगा. उस लड़की को मैंने तब चोदा जब उसने मुझे एडवांस पैसे मांगे. आप भी मजा लीजिए.