माँ बेटी लेस्बियन सेक्स: घर की लाड़ली-9
सगे भाइयों से सेक्स करने के बाद वो अपनी माँ को भी इस खेल में शामिल करने की सोचने लगी ताकि वो निडर सेक्स का मजा ले सके और उसके भाई भी अपनी माँ के साथ सेक्स का मजा ले सकें!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
सगे भाइयों से सेक्स करने के बाद वो अपनी माँ को भी इस खेल में शामिल करने की सोचने लगी ताकि वो निडर सेक्स का मजा ले सके और उसके भाई भी अपनी माँ के साथ सेक्स का मजा ले सकें!
मेरे होस्टल और मेरी गर्लफ्रेंड के पीजी की दूरी ज्यादा नहीं थी, हम रोज़ मिलते थे, मगर चुदाई की चुल्ल मुझे कुछ ज्यादा थी, चुदाई का कोई जुगाड़ नहीं था. मैं खतरा मोल लेकर उसे अपने होस्टल में ले आया.
मेरे ऑफिस में मेरी जूनियर लड़की मेरे पास आती तो चिपक कर खड़ी होती थी. मैं उसमें इंटरेस्ट लेने लगा तो वो मुझसे और ज्यादा चिपकने लगी और बाहर मिलने के लिए बोलने लगी. आगे क्या हुआ?
छोरी चुदासी तो थी पर चुदना अपने हिसाब से चाहती थी. उजाले में अपनी चूत नहीं दिखाना चाहती थी. मैंने भी तय कर लिया कि इसे रोशनी में पूरी नंगी करके अपने लंड पर झूला झुलाऊँगा.
मैं भैया भाभी के साथ रहता था. मेरा एक दोस्त भी हमारे साथ रहने लगा कुछ समय के लिए. उसने मेरी भाभी को पटा कर कैसे चोदा? पढ़ें इस सेक्सी कहानी में!
मेरे दोस्त ने मेरी भाभी को लगभग पटा ही लिया था, बस भाभी की चुदाई ही बाक़ी थी. इस हिंदी सेक्सी स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी सभी भाभी को अपने दोस्त से चुदते देखा.
उन 15 दिनों में हर रोज मेरी चुदाई हुई. वे दिन आज भी मैं याद करती हूं तो रोमांचित हो जाती हूं. मैंने वहीं पहली बार अपनी मम्मी को दो अंकलों से चुदते देखा था.
नवरात्रि मेले में मुझे एक भाभी दिखी, खूबसूरत थी, अच्छी लगी तो मैं उसे घूरने लगा. वो झूले पर बैठी तो मैं भी लपक कर साथ बैठ गया. उसके बाद क्या हुआ? पढ़ें इस कहानी में!
मुझे चुत की सीटी सुनना बहुत अच्छा लगता है. मैं अक्सर बाथरूम के बाहर से अपनी माँ बहन की चुत की सीटी सुनता था. चलो आज मैं तुम्हारे सामने बैठ कर तुम्हारी चुत की सीटी सुनूँगा.
मैंने पूजा की गांड में उंगली लगायी तो वो उछल पड़ी, बोली- साले, क्या तुझे चूत पसंद नहीं? कब से तू मेरी गांड के पीछे पड़ा हुआ है. मैं पहले भी बता चुकी हूँ कि मुझे गांड नहीं मरवानी!
एकाएक मैंने अपना लंड पूजा की चुत में से निकालकर गांड के छेद पर रखकर एक झटके से पूरा का पूरा लंड पूजा की गांड में पेल दिया. वो चौंक उठी, चिल्लाने लगी- ओह अहह मरर गईईईई.
उसके होंठ देख के ही मैंने अंदाज़ा लगा लिया कि इसकी चूत का चीरा 3 इंच से ज्यादा का नहीं होगा. क़यामत सा उसका फिगर, आवाज़ जैसे मिश्री. मैं तो उसे देखते ही फ़िदा हो गया था.
मेरी मस्तराम कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपने पड़ोस की जवान लड़की की चूत उसकी फटी पजामी में देखी और मेरा मन उसकी चूत चुदाई का हो गया. मैंने उसे कैसे चोदा?
मेरी मामी की एक सहेली बहुत ही खूबसूरत है, वो अक्सर हमारे घर आती और मुझसे खूब बात करती थी. मैं आंटी को कामुकता भरी नजर से देखने लगा था. मैंने आंटी को चोदा कैसे?
पढ़ाई के लिए पैसों की जरूरत थी तो मैं एक मसाज पार्लर में जॉब करने लगा. एक रात मालिक घर चला गया और एक लेडी ने मसाज के लिए आना था. वो आई तो उसके बाद क्या हुआ!