कहा तो आपने !

मेरा नाम आदित्य कश्यप है और मेरी उम्र 19 साल की है। मैं देहरादून में रहता हूँ। आज मैं अपनी जीवन की पहली कहानी आप लोगों को बताने जा रहा हूँ। वैसे तो मैंने बहुत बार कोशिश की कि मैं भी अपनी कहानी अन्तर्वासना पर भेजूँ लेकिन कभी हिम्मत नहीं हुई। लेकिन मेरे कुछ दोस्तों […]

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बेचैन निगाहें-1

मेरी शादी हुए दो साल हो चुके हैं। मेरी पढ़ाई बीच में ही रुक गई थी। मेरे पति बहुत ही अच्छे हैं, वो मेरी हर इच्छा को ध्यान में रखते हैं। मेरी पढ़ाई की इच्छा के कारण मेरे पति ने मुझे कॉलेज में फिर से प्रवेश दिला दिया था। उन्हें मेरे वास्तविक इरादों का पता […]

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बेचैन निगाहें-2

बेचैन निगाहें-1 जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो दिल धक से रह गया। संजय सामने खड़ा था। मेरा दिल जैसे बैठने सा लगा। ‘अरे मुझे बुला कर कहाँ जा रही हो?’ ‘क्… क… कहाँ भला… कही नहीं… मैं तो… मैं तो…’ मैं बदहवास सी हो उठी थी। ‘ओ के, मैं कभी कभी आ जाऊँगा… चलता […]

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एनिमेशन क्लास

प्रेषक : शंकर आचार्य मेरा नाम शंकर है, बंगलोर में जॉब करता हूँ। आज आपको मैं अपनी पहली चुदाई की कहानी बता रहा हूँ। जब मैं इंस्टिट्यूट में था तो मेरे साथ एक लड़की पढ़ती थी, उसका नाम है निशा। बिल्कुल मस्त माल है। उसकी उम्र 19 साल थी जब मैंने उसे चोदा था। तो […]

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जब मस्ती चढ़ती है तो…-2

प्रेषिका : बरखा लेखक : राज कार्तिक उसके बाद मेरे पति वापिस आ गए। आते ही मैंने उन्हें उलहाना दिया और अकेले छोड़ कर जाने के लिए थोड़ा सा झूठ-मूठ का झगड़ा भी किया। पर उस रात अजय ने पूरी रात असली लण्ड से मेरी चूत का पोर-पोर मसल दिया और मेरा सारा गुस्सा ठण्डा […]

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जब मस्ती चढ़ती है तो…-3

प्रेषिका : बरखा लेखक : राज कार्तिक होली वाले दिन साबुन लगवाने के बाद अब राजू मेरे से कुछ ज्यादा खुल गया था। अब वो मेरे साथ भाभी देवर की तरह मजाक करने लगा था और कभी कभी तो द्विअर्थी शब्दों का भी प्रयोग करने लगा था। अब वो अक्सर मुझे साबुन लगाने के लिए […]

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राजा का फ़रमान-1

नमस्कार दोस्तो! मैं वृंदा पहली बार अन्तर्वासना पर अपना एक स्वप्न प्रस्तुत कर रही हूँ, मुझे अक्सर इस तरह के स्वप्न आते हैं! और मैंने आज तक किसी को इनके बारे में नहीं बताया है, आज पहली बार बहुत हिम्मत करके लिखने का प्रयास कर रही हूँ! इस स्वप्न में मैं एक ऐसे देश में […]

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राजा का फ़रमान-3

कहानी का पिछला भाग: राजा का फ़रमान-2 राजा- मैं बेगैरत..? मैं बुज़दिल..? तो तू क्या है? रण्डियो की रानी? जब सिपाही तुझे मसल कुचल रहे थे, तब कहाँ था तेरा सतीत्व..!!! मैं- वो तेरे आदेश का पालन कर रहे थे और अगर मैं साथ न देती तो तू उनका क़त्ल करवा देता ! मेरी वजह […]

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राजा का फ़रमान-4

कहानी का पिछला भाग: राजा का फ़रमान-3 राजा ने फरमान सुनाया- इस लड़की ने मुझसे चुदने से इनकार किया है, इसलिए इसकी इसी दरबार में बोली लगेगी, ऐसी बोली जैसी आज तक किसी की नहीं हुई होगी। इस बोली के बाद इसका इसी सभा में चीरहरण होगा, उसके बाद यह रखैल तो क्या किसी की […]

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राजा का फ़रमान-5

कहानी का पिछला भाग: राजा का फ़रमान-4 मैं मदमस्त हुई अपनी जवानी का रस लुटा रही थी. अब मैं भी मज़े लेने लगी थी; मेरे अंदर की छिपी राण्ड अब बाहर आकर अंगड़ाइयाँ लेने लगी थी… मेरी आहें दरबार में गूँज रही थी.. कि तभी अचानक राजा ने लण्ड निकाल कर मेरी गाण्ड में पेल […]

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कितने लोगों के नीचे मेरी माँ-2

आपने मेरी कहानी कितने लोगों के नीचे मेरी माँ-1 पढ़ी, अब उससे आगे : यह कहानी उस वक़्त की है जब हम लोग अपना पुराना घर छोड़ कर नए घर में आ गए थे। उस वक़्त हमारा घर पर ज्यादा लोगों का आना-जाना नहीं था, तब हमारे घर से दूर एक घर था, वहाँ के […]

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छप्पर फाड़ कर

प्रेषिका : रिया रॉय चूत के सभी पुजारियों को रिया रण्डी का मुठ भरा परिणाम ! प्रिय दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है जो एक सच्ची घटना है ! बात आज से करीब दो महीने पहले की है जब हमारे कॉलेज का ट्रिप गया था। समय रहते कक्षा के सभी विद्यार्थियों ने ट्रेन में आरक्षण […]

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रुचि का शिकार-1

अभी तक आपने हमारी नौकरानी सरीना-1 रेखा- अतुल का माल-1 में पढ़ा कि कैसे सरीना ने मुझे अपने और रेखा के बदन के भरपूर मजे दिलाए। अब आगे : अगले दिन सरीना बारह बजे आ गई उसके साथ ऑटो करके मैं धारावी में उमा की खोली पर आ गया। उमा एक 50 साल की औरत […]

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रुचि का शिकार-2

रुचि सीधे होकर मुझसे चिपक गई और बोली- सच राजीव, इतना मज़ा कभी चुदने में नहीं आया ! तुमने तो एक घंटे मेरी चूत में अपना लण्ड घुसा कर रखा। सच तुम तो वाकई मर्द हो ! मेरा आदमी तो दस मिनट में ही खाली हो जाता है। मैंने रुचि को हटाते हुए कहा- चलो, […]

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जोगिंग पार्क-1

लेखिका : नेहा वर्मा मेरी शादी हुए दो साल हो चुके हैं, शादी के बाद मैंने अपनी चुदाई की इच्छा को सबसे पहले पूरी की। सभी तरीके से चुदाया… जी हाँ… मेरे पिछाड़ी की भी बहुत पिटाई हुई। मेरी गांड को भी चोद-चोद कर जैसे कोई गेट बना दिया हो। सुनील मुझे बहुत प्यार करता […]

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