जिस्मानी रिश्तों की चाह -39

मैं और फ़रहान अपनी बड़ी बहन के नंगे बदन से चिपके पड़े थे, वो उनकी गांड चाट रहा था और मैं चूत में उंगली कर रहा था। तभी आपी ने मेरा लंड अपने हाथ में लिया।

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-40

आपी मेरे द्वारा चूत का दाना चाटने से, फ़रहान आपी द्वारा मुठ मारने से झड़ गया। मेरे मज़े के लिये आपी ने फ़रहान को मेरा लन्ड चूसने को कहा और मुझे चूमने लगी।

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जिस्मानी रिश्तों की चाह -41

सुबह नाश्ते के वक्त मैं आपी की बगल में बैठा और उनकी जांघ पर हाथ रख दिया। एकदम ही खौफ से उनका चेहरा लाल हो गया। इसके बाद क्या हुआ, कहानी के इस भाग में पढ़िये।

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जिस्मानी रिश्तों की चाह -42

मेरी छेड़छाड़ से आपी गर्म होकर अपने कमरे में हाथ से मज़ा लेने लगी। रात को हमारे कमरे में आई तो एकदम नंगी हो कर अपने नंगे बदन को शीशे में जो देखना शुरू किया तो…

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-43

आपी की जांघों में लन्ड रगड़ने से उन्हें मज़ा आने लगा और वो खुद लन्ड पकड़ कर अपनी चूत के मुंह पर रखने लगी। तभी आईने में आपी को ऐसा दिखा कि वो मुझसे चुद रही हों।

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-45

अगले दिन मैं कॉलेज से आया तो देखा कि आपी और फ़रहान कम्प्यूटर के सामने थे और ब्ल्यू फ़िल्म देख रहे थे। आपी फरहान की मुठ मार रही थीं। मुझे भी जोश आ गया।

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धोखे में बहन पट गई और चुद गई

चचेरी बहन से मेरा चक्कर था। एक रात वो हमारे घर रुकी तो मैं उसे चोदने कमरे में गया जहाँ वो मेरी सगी बहन के साथ सो रही थी। अन्धेरे में क्या से क्या हो गया!

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-46

मैं आपी के नंगे बदन पर बैठ कर उनकी चूचियों के बीच लंड रखा कर चोद रहा था तो लंड आपी के लबों को छू रहा था. तभी आपी ने जीभ निकाल कर लंड के सुपारे पर छुआया!

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-47

आपी मेरा लन्ड चूसना चाह रही थी लेकिन उनको बार बार उबकाई आ रही थी। फ़िर भी उन्होंने कोशिश जारी रखी। कहानी को पढ़ कर देखिये कि आपी इस कोशिश में कितनी कामयाब हुई

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-48

आपी मेरा लंड चूस कर मलाई चाट कर गई तो उसके बाद दो दिन नहीं आई। हम दोनों भाई लंड पकड़े इन्तज़ार करते रहे। क्या क्या हुआ इन दो दिनों में… कहानी पढ़ कर जानिए!

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-49

आपी तीन दिन से कमरे में नहीं आई थी। चौथे दिन भी जब वक्त बीत गया तो मैं उन्हें देखने निकला। वो अपने कमरे में अम्मी और हनी के साथ थी। आपी ने मुझे देख लिया और…

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-50

चार दिन से आपी के हमारे कमरे में ना आने से मैं नाराज था. आपी मुझे मनाने लगी लेकिन मैं रूठा रहा. तो आपी ने में गेट के पास ही अपनी सलवार नीचे सरका दी!

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-51

आपी ने जो किया, उससे दिखा कि आपी हमें कितना प्यार करती हैं. लेकिन रात को भी मैं इंतजार करता रहा लेकिन आपी नहीं आई तो मैं सो गया. जब मेरी गहरी नींद टूटी तो..

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-52

रात के तीन बजे आते ही आपी ने मुझे जगा कर नंगा किया, खुद नंगी हुई और मेरा लंड चूसने लगी। फ़िर मैंने आपी को 69 पोजिशन में करके उनकी चूत चाटी, चूत में उंगली की।

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जिस्मानी रिश्तों की चाह-53

आपी की चूत चूसने के साथ मैं उनकी चूत में उंगली करने लगा। फ़िर मैंने उनकी गांड में जीभ लगा दी और थोड़ी देर बाद आपी की गांड में उंगली घुसा दी तकरीबन डेढ़ इन्च…

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