मजा कहाँ है?-1

प्रेषक : हैरी बवेजा मेरा नाम हैरी है, उम्र 28 साल है, जालंधर का रहने वाला हूँ। यह मेरी सच्ची कहानी है कि मैंने कैसे अपनी साली की चुदाई की। बात उन दिनों की है जब मैं अपनी पत्नी की मामी के घर पटना गया था। उनकी एक लड़की है वो मुझसे बहुत बातें और […]

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मजा कहाँ है?-2

प्रेषक : हैरी बवेजा उसने मेरी कमर पर अपनी टाँग रख दी और मुझसे लिपट कर सोने लगी। मैंने कहा- यह क्या कर रही हो? उसने कहा- जीजाजी, मैं तो ऐसे ही सोती हूँ ! अपने घर में भी और दीदी को भी ऐसे ही पकड़ कर सोती हूँ ! मैंने कहा- ठीक है ! […]

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शर्बत-ए-आजम

प्रेषिका : लक्ष्मी कंवर मेरा देवर नरेन्द्र बहुत ही सीधा सादा और भोला भाला था। मैं तो प्यार से उसे नरेन् कहती थी। आप जानते हैं ना, इसी सादगी पर तो हम हसीनाएँ मर मिटती हैं। जो हमें लिफ़्ट देता है, हमारी चूत के पीछे भागता है उन्हें घास डालने में मजा नहीं आता है। […]

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मेरे जीजू और देवर ने खेली होली-2

कहानी का पिछला भाग: मेरे जीजू और देवर ने खेली होली-1 शाम को साढ़े तीन बजे अमित का फ़ोन आया, कहने लगा- भाभी ! तैयार रहना, मैं थोड़ी देर में आ रहा हूँ आपको लेने। मैंने उसे कहा- दीदी और जीजू भी चलेंगे हमारे साथ, तुम एक घण्टे से पहले मत आना क्योंकि इतना समय […]

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जागी सी सोई सोई !-1

बात उन दिनों की है जब मेरा दाखिला कॉलेज में हुआ ही था। भैया अधिकतर काम के सिलसिले में बाहर ही रहते थे। उन्होंने अपने पास मुझे शहर में बुला लिया था। उनके आये दिन बाहर रहने से भाभी बहुत परेशान रहने लगी थी। ऐसे में वो मेरा साथ पाकर खुश हो गई थी। भाभी […]

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जागी सी सोई सोई !-2

प्रेषक : गुल्लू जोशी मुझे ही बहुत ही आसक्ति से देख रही थी। “भाभी … !” “आह, … श … श्…” भाभी ने मेरे मुख पर अपनी अंगुली रख दी और चुप रहने का इशारा किया। उनकी कमर नीचे से तेजी से उछल रही थी, लण्ड को पूरा पूरा निगल रही थी। भाभी का तमतमाया […]

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यह तो होना ही था

मेरी भेजी हुई एक कहानी आपने पढ़ी होगी आठ साल बाद मिला चाची से मैंने इस कहानी के कई भागों को भेजा था। अब मैं हाजिर हूँ अपनी नई कहानी के साथ ! कहानी तो क्या, हकीकत ही है जो पिछले कुछ महीनो में घटी है। पहले मैं आप को अपने बारे में कुछ शब्दों […]

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फ़ौजी फ़ौज़ में, हम मौज़ में-1

मेरा नाम कबीर है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है अगर कोई गलती हो तो माफ़ कर देना। मेरी उम्र 20 साल है, कद 5’7′ है, वजन 68 किलो, जिम जाने वाला अच्छा दिखता हूँ। मैं जब 18 साल का था तब मुझे पता चला कि कालबोय क्या […]

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फ़ौजी फ़ौज़ में हम मौज़ में-2

लेखक :कबीर शर्मा मैंने हिम्मत क़रके भाभी से कह दिया- भाभी, मुझे आप बहुत अच्छी लगती हो ! भाभी मेरी तरफ देखने लगी ! मैं डरा हुआ था, मैंने पहले किसी को ऐसी बात नहीं कही थी, मेरी धड़कन बहुत तेज हो गई थी कि कहीं भाभी घर पर न बता दें? भाभी ने मेरा […]

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चरित्र बदलाव-4

मैंने भाभी को बिस्तर पर पटक दिया और अपना मुँह उनके स्तनों में गड़ा कर स्तनपान करने लगा. मेरे स्तनपान करने के कारण भाभी धीमी धीमी सिसकारियाँ लेने लगी

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चरित्र बदलाव-5

ज्योति अपने बिस्तर पर सिर्फ ब्रा-पेंटी में सो रही थी जिसे देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो गया मगर मैंने अपने ऊपर काबू करते हुए वहाँ से चल दिया और सो गया.

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मेरा प्यारा देवर-1

पिछली गर्मियों की बात है जब मेरे पति की मौसी का लड़का विकास हमारे घर आया हुआ था, वो बहुत ही सीधा साधा और भोला सा है, उसकी उम्र करीब 19-20 की होगी, मगर उसका बदन ऐसा कि किसी भी औरत को आकर्षित कर ले, मगर वो ऐसा था कि लड़की को देख कर उनके सामने भी नहीं आता था। मगर मैं उस से चुदने के लिए तड़प रही थी और वो ऐसा बुद्धू था कि उसको मेरी जवानी दिख ही नहीं रही थी, मैं उसको अपनी गाण्ड हिला हिला कर दिखाती रहती मगर वो देख कर भी दूसरी और मुँह फेर लेता।

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मेरा प्यारा देवर-2

मैंने दुप्पटा अपने गले से निकाल दिया, जिससे मेरे मम्मे उसके सामने आ गए, वो कभी कभी मेरे मम्मों को देखता और फिर टीवी देखने लगता। उसके पसीने छुटने शुरू हो गए।

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मेरा प्यारा देवर-3

अब मैं उसके मुँह के ऊपर अपनी चूत रख कर बैठ गई और कहा- जैसे मैंने तुम्हारे लौड़े को चूसा है तुम भी मेरी चूत को चाटो और अपनी जुबान मेरी चूत के अन्दर घुसाओ। वो मेरी चूत चाटने लगा, उसको अभी तक चूत चाटना नहीं आता था मगर फिर भी वो पूरा मजा दे रहा था.. मेरी चूत से पानी निकल रहा था जिसको वो चाटता जा रहा था और कभी कभी तो मेरी चूत के होंठो को अपने दांतों से काट भी देता था जो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था...

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चरित्र बदलाव-8

मैंने बाथरूम के दरवाजे को धकेला तो मैं अंदर का नजारा देखता ही रह गया, अंदर मनीषा नहा रही थी और उसने उस वक्त कुछ भी नहीं पहना हुआ था.

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