बाबा चोदो ना मुझे
उस भिखारी को मैंने अन्दर बुला लिया... फिर उसके सामने मैं अपनी ब्रा खोल कर खड़ी हो गई! मैंने नीचे जीन्स पहनी हुई थी! मैंने उसके सामने अपने उरोज पेश किए और एक चूचा उसके मुँह में डाल दिया!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
उस भिखारी को मैंने अन्दर बुला लिया... फिर उसके सामने मैं अपनी ब्रा खोल कर खड़ी हो गई! मैंने नीचे जीन्स पहनी हुई थी! मैंने उसके सामने अपने उरोज पेश किए और एक चूचा उसके मुँह में डाल दिया!
प्रेषक : हर्ष गुप्ता नमस्कार दोस्तो, मैं हर्ष गुप्ता आप सबके सामने अपनी मामी के साथ हुई पहली चुदाई की घटना लेकर हाज़िर हूँ। मैं बहुत दिनों से अन्तर्वासना से जुड़ा हुआ हूँ मैंने यहाँ बहुत सी कहानिया पढ़ी है वैसे मैं अपने बारे में बता दूँ कि मैं अपनी पहली चुदाई से लेकर अब […]
प्रेषिका : मंजू सर्दी के दिन थे और शाम के करीब 7 बजे थे, लेकिन अँधेरा छा चुका था। मेरी माँ ने मुझे कहा- मंजू, जा तेल ले आ बाबू की दुकान से ! उसे कहना पैसे पिताजी दे देंगे ! मैं उदास मन से ही करियाने की दुकान पर गई क्यूंकि दुकानदार एक नंबर […]
जिस्म सिर्फ जिस्म की भूख जानता है प्यार करना जिस्म की आदत नहीं ! एक से जी भर जाए तो दूसरी अँधेरी राहों में जिस्म की तलाश करता ही रहता है। यह कहानी है जज्बातों की, यह कहानी है उम्मीदों की, और यह कहानी है सच्चे प्यार की तलाश की… बात उस वक़्त की है […]
यहाँ समलैंगिता बहुत थी। दूसरे यहाँ के जंगलों में एक कीड़ा पाया जाता था, जिसके काट लेने पर वैसे तो कोई नुकसान नहीं होता था, लेकिन इंसान के शरीर में हवस का सैलाब उमड़ आता था और उसकी हवस काबू के बाहर हो जाती थी, चाहे वो मर्द हो या औरत।
मैंने झटाक से पूजा के सारे कपड़े उतार दिए सिर्फ़ पेंटी को छोड़कर और उसे बिस्तर पर लिटाकर चूमने लगा. मेरे सामने एक कच्ची कली नंगी पड़ी थी और मुझे यह सब एक हसीन सपने की तरह लग रहा था.
मैं भाभी के रस भरे होठों को रगड़ने लगा और उनका रस चूसने लगा. मैं यह देखकर बहुत खुश हुआ कि भाभी मुझसे भी ज्यादा उतावली थी मेरे होठों को चूसने के लिए, वो मेरे होठों को जोर-जोर से अपने होठों में पकड़ कर चूस रही थी और अपने दांतों से भी काट रही थी. जिससे मेरे होठों में दर्द होने लगा.
जो तकिया मैंने अपने लंड के नीचे लगाया था, पूजा उसे बड़ी मदहोश होकर सूंघ रही थी और अपने एक हाथ से कभी अपनी चूची तो कभी अपनी चूत को मसल रही थी. मैं समझ गया कि माल एकदम तैयार है.
यह मेरी ज़िंदगी की वो घटना है जब पहली बार मुझे एक कुंवारी चूत चोदने को मिली थी. मैं अपनी बुआ की लड़की की शादी मैं गाज़ियाबाद गया था. वहां हमें बुआ ने पड़ोसियों के घर में ठहराया. उसी घर में मिली थी मुझे मेरी कट्टो रानी!
मैंने पिछली कहानी में आपको बताया था कि रानी को पाने के लिए कैसे मैंने पुष्पा से समझौता किया और उस समझौते के तहत किस तरह उसे चोदा। अब मैं बताता हूँ इस नए घटना के बारे में जिसका इन्तजार मैं एक अरसे से कर रहा था। एक कहावत है कि मन से किसी चीज […]
रास्ते भर मैं बस प्रिया के बारे में सोच रहा था कि अब ना जाने उस पर क्या बीतेगी… मैं अपने घर पहुँचा…नहा कर अपने बेड पर लेट गया। घर में मेरी चाची जी थी, उन्होंने मुझे आवाज लगाई और बोली- मैं अपनी सहेली के घर जा रही हूँ तो घर सम्भाल लेना… शाम तक […]
आप सबको एक बार फ़िर प्यार भरा प्रणाम! मेरी कहानी आप सभी ने पढ़ी और मुझे मेल किया, मैं इसको आप सभी का प्यार समझता हूँ… जैसे कि मैंने अपनी पहली कहानी में बताया था कि मेरी ज़िन्दगी में एक हादसा हुआ था। कहानी के इस भाग में मैं उस हादसे का वर्णन करुँगा। आप […]
दोस्तो, मेरा नाम सिद्धार्थ है, अभी मैं 21 साल का हूँ। यह बात दो-तीन साल पहले की है। मेरी दीदी मुझसे 6 वर्ष बड़ी हैं। मैं उनके फिगर के बारे में नहीं बात करूँगा क्योंकि किसी को क्या फर्क पड़ता है, कहानी में देखने को तो मिलने से रही ! तो चूँकि वो मेरी मामा […]
प्रेषक : राजवीर उसका स्टॉप आ गया, वो अपने को ठीक करके जाने की तैयारी करने लगी, उस आदमी ने उसे अब तक नहीं छोड़ा था, उसकी गांड अभी भी मसल रहा था। एक आंटी जो सब देख रही थी, मैं उनकी तरफ देख के मुस्कुराया, वो भी जवाब में मुस्कुराई और वो भी उठने […]
प्रेषक : राजवीर हेल्लो दोस्तो, कैसे हो आप लोग ! आशा करता हूँ कि आप भी तैयार होंगे अपना अपना पानी निकालने के लिए ! एक लड़की थी, नाम पता नहीं क्या था उसका, पर मस्त लगती थी, अब आप ही बताइए रास्ते पे आ जा रही लड़की का नाम पता कैसे मालूम होगा, चलो […]