दोस्त की मम्मी और उनकी सहेली की चूत चुदाई -1
मेरे दोस्त की मम्मी बुटीक चलाती हैं, वे हमरे घर आती है, उन्होंने मुझे मुठ मारते देख लिया। अगले दिन मैं उनके घर गया तो वो मुझसे गर्लफ़्रेन्ड की बात करने लगी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरे दोस्त की मम्मी बुटीक चलाती हैं, वे हमरे घर आती है, उन्होंने मुझे मुठ मारते देख लिया। अगले दिन मैं उनके घर गया तो वो मुझसे गर्लफ़्रेन्ड की बात करने लगी।
मैं मां के सोते हुए उसके पेटिकोट में झांक रहा था, माँ जाग गई और मेरी लालसा को जानकर यह कहते हुए कि 'चल मैं ही दिखा देती हूँ' वो अपने कपड़े उतारने लगी।
मेरे रिजल्ट अच्छे पर भाभी ने मुझे अच्छे सेक्सी तोहफ़े दिए… इन्जीनियरिन्ग में प्रएश मिलने पर तो मुझे सबसे बड़ा उपहार मिलने वाला था भाभी की ओर से… क्या उपहार मिला मुझे?
मोनिका का पति नामर्द था, वो मुझसे आग्रह करने लगा कि मोनिका को चोद कर उसे माँ बनाकर मैं उसकी इज्जत बचा लूँ… तो मैंने मोनिका को उसके पति के सामने कैसे चोदा। इस कहानी में पढ़िए !
पड़ोसन युवती से मैंने अपने दिल की इच्छा बताई, वो मान गई और नंगी हो गई लेकिन उसने नौकर को बुला कर अपना बदन चटवाया। अगले दिन वो मेरे घर अपना वादा पूरा करने आई
बसंती चुपचाप मुझे चोद कर सो गई, अगले दिन कॉटेज़ में चन्दा आकर चुद गई… रात को फ़िर बसन्ती उसी तरह से मुझे चोदकर सो गई तो अगली रात बिन्दू से मिलकर मैंने उसका भेद जानने की कोशिश की…
रात को छत पर मैंने माँ की मिन्नतें की चूत दिखाने के लिए, वो ना मानी और तभी बारिश शुरु हो गई… नीचे आकर मैंने माँ को फ़िर से कहा लेकिन वो मेरी मुठ मारने लगी।
मेरे रिजल्ट अच्छे आए, भाभी ने मुझे अच्छे सेक्सी तोहफ़े दिए… भाभी ने वीडियो दी उसमें बदन दिखाऊ नाइटी में मुझे मुठ मारने के लिये कह रही थी, एक बार मेरा लण्ड चूसा
नौकरानी उर्मिला की चुदाई के बाद मोनिका फोन पर वो प्यार की बातें करने लगी. फिर उर्मिला ने लंड चूस कर मेरा माल पीया, फिर मोनिका ने मुझे अपने पति से मिलवाया
अभी तक आपने पढ़ा.. आयुष के मुँह से ये बात सुनकर रोमा को झटका लगा कि टीना ने आयुष को सब बता दिया है। रोमा- आयुष प्लीज़ इस टॉपिक पर मुझे कोई बात नहीं करनी और ना ही मुझे दोस्ती करनी है.. हटो मेरे सामने से.. मुझे टीना से मिलना है। रोमा गुस्से में अन्दर […]
मेरे पड़ोस में एक परिवार आया उनमें एक नवयौवना भी थी. पहली ही रात मुझे खिड़की से उसके हसीं बदन के दीदार हो गए, वो नाईट लोशन लगा रही थी.. मैंने उनसे दोस्ती बनाई
बाल्यावस्था में मैं अपने भतीजे को अपने वक्ष से दूध पिलाया करती थी, उससे खूब बातें करती थी। तभी के दिये एक वचन के पालन में मैंने खुद को उसके अर्पण कर दिया।
एक दिन अचानक एक लड़की से फोन पर बात हुई, फिर धीरे धीरे प्यार हो गया और उसने मुझे अपने शहर मेरठ बुलाया. वहाँ हमने मंदिर में शादी की और सुहागरात मनाए होटल गए !
चम्पा, फ़ुलवा के गर्भ के बाद अब मेरे पास बिन्दू थी चुदाई के लिये… एक दिन मम्मी एक नई लड़की बसन्ती को लाई मेरे काम के लिये… 18 साल की बसन्ती मेरे कमरे में सोई और…
भाभी- तेरे इन गंदी चीज़ों के कारण कम नम्बर आते हैं ना.. अब इन चीज़ों के कारण ही तू पढ़ेगा। मतलब मेरे ठरकी देवर मैं तुम्हें मेरे साथ सब कुछ करने दूँगी.. अगर...