मेरी सुहागरात की चुदाई की यादें -2
मेरी सुहागरात की बात, लेकिन कहानी में कुछ मिर्च मसाला और कल्पना भी है कि रोचकता बनी रहे और आपको पढ़ने का भी मजा मिले! इस दूसरे भाग में मेरी बीवी का शील भंग!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी सुहागरात की बात, लेकिन कहानी में कुछ मिर्च मसाला और कल्पना भी है कि रोचकता बनी रहे और आपको पढ़ने का भी मजा मिले! इस दूसरे भाग में मेरी बीवी का शील भंग!
कॉलेज में मुझे दो लड़कियों ने रोक लिया जिन्हें मैंने नैनीताल में चोदा था, वे फिर मुझसे चुदना चाहती थी साथ ही अपनी एक चुदासी सहेली को भी मिलवाया. मैं मान गया.
जैसे ही मैंने अपने लंड अपनी छोटी बहन की अनचुदी चूत की तरफ बढ़ाया.. वो बोली- इसे तुम इतने छोटे छेद में डालोगे.. तो ये तो फट नहीं जाएगी.. मैं मर जाऊँगी।
मेरी किरायेदार भाभी बहुत मस्त है, मुझे रोज भाभी का सेक्सी फिगर देख कर मुठ मारनी पड़ती थी। उसे भी पटा था कि मैं उसकी चूचियों को घूरता हूँ. तो वो कैसे चुदी... इस कहानी में पढ़ें !
मैं पलंग पर लेट कर सोचने लगी कि भाभी कितनी ख़राब है.. जो अपने देवर से ही ये सब करवाती हैं। राहुल अपनी गर्लफ़्रेण्ड की बात करने लगा और मेरे बॉयफ़्रेन्ड की भी !
उसके तन-बदन में तो पहले से ही इतनी आग लगी हुई थी तो वो भला कैसे मना कर पाती, उसने अपनी स्वीकृति सिर्फ गर्दन हिलाकर दी और अपने हाथ फैलाकर मुझे आलिंगन देना चाह रही थी।
मुझे पहली बार पता चला कि अंजलि तो चूत पीने में पूरी खिलाड़ी है। पांच मिनट के अंदर हम दोनों पसीने में नहा गईं थी। हम दोनों की चूत से पिचकारी निकल रही थी...
मासूम मुनिया के बदन को दोनों भाइयों ने मस्ल कर उसे इतना उत्तेजित कर दिया कि वो भी अब चाह रही थी कि उसकी पानी छोड़ती फ़ुद्दी में कुछ हो जाये ! और एक धक्का आया!
भाभी जल्दी ही चुदाई में पूरी तरह से रंग गई और खूब ज़ोर ज़ोर से मेरे धक्कों का जवाब देने लगी। कोई 10-12 मिन्ट बाद मैंने महसूस किया कि भाभी के गर्भाशय का मुंह खुल रहा है।
गर्भधारण के बाद जब डॉक्टर ने हमें सेक्स करने से मना कर दिया तो मेरे पति बहुत परेशान हो गये। हमारे साथ ही रहने वाली हमारी चाची ने परेशान देख मेरी समस्या हल की। कैसे? इस कहानी में…
एक दिन मैं घर पर थी, नाश्ता करके सो गई, उठी तो भाभी के कमरे में से आती आवाजों से मैं वहाँ गई तो देखा कि भाभी मेरे छोटे भाई के साथ लिपट कर चूमाचाटी कर रही थी, उसके बाद मैंने उनकी चुदाई भी देखी.. इस कहानी में पढ़ें !
मैं अभी तक अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाया था. तभी स्नेहल के जन्मदिन पर मैंने कुछ अलग करने की सोची और अपने प्यार का इजहार तो करना ही था... इस भाग में पढ़ें!
दिन में नहाने के बाद मैंने अपना छोटा नेकर और सैक्सी टॉप पहना, अंजलि मुझे देखकर हैरान थी। मैंने कहा- ललित को भी ऐसी ही लड़कियाँ चाहियें इसलिये तुझे भी ऐसे ही कपड़े पहनने होंगे।
उनकी चूचियाँ बहुत बड़ी हैं, चूतड़ भी तरबूज जैसे हैं। इतनी कातिल जवानी है कि कोई भी उसको देख मुठ मारने लग जाए। मैंने भी उनके सपने देख कर बहुत बार मुठ मारी।
उस वक्त भाभी अपनी साड़ी बदल रही थी। मैं उसे देखते ही रह गया.. उसे पता चल गया था कि मैं आ गया हूँ.. लेकिन तब भी उसने मुझे अनदेखा किया। मैंने उसे पीछे से देखा तो वो बहुत सेक्सी दिखाई दे रही थी और वो बहुत सुन्दर भी थी।