शादी में दिल खोल कर चुदी -2
थूक लगा कर गाण्ड मरवाने का मजा ही कुछ और था। अरुण जी मेरी गाण्ड मारते जा रहे थे- ले मादरचोदी चुद.. ले साली.. मेरे लौड़े की मार.. और मैं आँखें बन्द करके अपनी गाण्ड मरवाते हुए मजा ले रही थी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
थूक लगा कर गाण्ड मरवाने का मजा ही कुछ और था। अरुण जी मेरी गाण्ड मारते जा रहे थे- ले मादरचोदी चुद.. ले साली.. मेरे लौड़े की मार.. और मैं आँखें बन्द करके अपनी गाण्ड मरवाते हुए मजा ले रही थी।
मैं रोशनी के घर पढ़ने के लिए जाने लगा, वो बड़ी कमाल की माल दिखती थी, उसका शरीर किसी भी कुंवारी लड़की को हरा दे.. ऐसा था। पहले ही दिन मैं वो मुझे भा गई और मेरे मन में उसे चोदने की इच्छा जागृत होने लगी।
पायल के दिमाग़ में वासना का जन्म हो गया था.. वो कुछ सोच कर मुस्कुरा रही थी। रॉनी के जाने के बाद उसने अपने बाल पोंछे और सिर्फ़ एक शॉर्ट नाइटी पहन ली.. उसके अन्दर उसने जानबूझ कर कुछ नहीं पहना और धीरे से अपने कमरे से निकल कर पुनीत के कमरे के पास चली गई।
हाय फ्रेंड्स मेरा नाम जतिन है और मैं अभियांत्रिकी का छात्र हूँ। मैं खाते पीते घर से हूँ.. इसीलिए मैं एक एथलेटिक और भरे हुए बदन का मालिक हूँ और दिखने में भी मैं एक आकर्षक लड़का हूँ। हर रोज जिम जाना मुझे अच्छा लगता है और ये मेरी हॉबी है। वैसे तो मुझे लड़कियाँ […]
मैं अपने पति के साथ मेरे पति के एक दोस्त की शादी में जबलपुर के एक होटल में रुकी हुई थी.. मेरे कमरे के सामने वाले कमरे में दूल्हे के जीजाजी भी रुके हुए थे.
रॉनी जब अन्दर गया तो वो पिंक तौलिया में पायल के गोरे जिस्म को बस देखता ही रह गया। वो बहुत प्यारी और सेक्सी लग रही थी.. मगर रॉनी ने जल्दी से अपनी नजरें उसके नंगे जिस्म से हटा लीं।
मैंने भाभी के सारे कपड़े उतार दिए। अब वो मेरे सामने बिलकुल नंगी थीं। मैंने कहा- जब आप चलती हो.. तो गाण्ड बहुत ही मस्त लगती है. प्लीज़ आप नंगी चल कर दिखाओ न..
कम्मो ने चम्पा को भी बिस्तर में हमारे साथ लिटा दिया और एक तरफ से चम्पा मेरे साथ जुड़ गई और दूसरी तरफ फुलवा… और मैं उन दोनों की पुरानी यादों के साथ अपना दूसरा हनीमून मनाने लगा।
मेरे भैया की शादी हुई। मैंने पहली बार भाभी की नाभि देखी और अब गाण्ड का आकार भी उभर कर दिख रहा था। मैंने सोच लिया कि भाभी को मैं जाल में फंसा कर ही रहूँगा..
मैं अपनी चाची के घर रहने गया तो एक रात उनकी साड़ी उठी हुई थी, उनकी नंगी जांघें देख उनकी चुदाई का मन करने लगा. मुझे मौका भी मिला चाची की चूत चोदने का.. पढ़ें इस कहानी में...
मुझे लगा वो मुझे लाइन दे रही है.. तो मैं कैसे पीछे रह सकता हूँ। जब वो नहाने लगी.. तो मैं उसे देखने लगा। उसने भी चोरी-छुपे मुझे देख लिया और वो मुझे अपने चूचे दिखाते हुए उनको बार-बार रगड़ने लगी।
मैं ऑनलाइन सर्फ़िंग करता था तो एक इमेल आई और एक फ़ौजी की बीवी ने मुझे मिलने के लिये बुलाया क्योंकि उसका पति कई कई महीने बाद घर आता था। वो मजे ले लेकर चुदी।
अचानक से रेणुका ने बिजली की फुर्ती से अपना गाउन लगभग खींचते हुए निकाल फेंका और शेरनी की तरह कूद कर मेरे ऊपर झपट पड़ी... अब इस बार कुचले जाने की बारी मेरी थी।
मेरी क्लास में एक खूबसूरत लड़की पूजा पढ़ती थी. एक दिन वो अपने भाई के साथ आई तो पता लगा कि मेरे दोस्त की बहन है. दोस्त से बात की तो पूजा से भी दोस्ती हो गई.
मेरा हाथ मेरी पैन्टी के अन्दर चला गया और मेरी उंगली मेरी चूत में आगे-पीछे होने लगी। मैं एक हाथ से अपने चूचों को दबाने लगी। उधर मम्मी पापा का लण्ड चूस रही थीं