कॉल गर्ल का पहला कॉल

मेरी टांगें चौड़ी करके उसका चेहरा मेरी चूत पर झुक गया और वहाँ अपना मुँह लगा दिया। 'अरे ये क्या कर रहे हो... ये तो पेशाब की जगह है छी: हटो, जाने क्या कर रहे हो?'

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इसमें तो बहुत मजा आया

प्रेषक : राहुल हेल्लो दोस्तो ! मैं राहुल हरियाणा फ़िर से हाज़िर हूँ आपके लिए एक रोमांच और सेक्स से भरपूर कहानी ले कर ! सभी मर्द अपने लंड को हाथ में दबा के और लड़कियाँ और औरतें अपने स्तनों को दबा के और अपनी चूत में ऊँगली दे कर बैठें ………… आज अपनी कहानी […]

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आपको माँ बना देता

मैंने एक और धक्का मारा, चाची के मुँह से एक छोटी सी चीख निकली और फिर मैंने अपना काम चालू किया। मैं जैसे जैसे स्पीड बढ़ाता, चाची जोश में आयी

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मैं और मेरी भाभी जयपुर में

प्रेषक : रोहित खण्डेलवाल हेल्लो दोस्तो ! मैं रोहित आपका दोस्त लेकर आ गया आप लोगों के लिए यौन-कथा ! पहले अपने बारे में बताता हूँ मैं रोहित इक्कीस साल का जवान जयपुर का रहने वाला हूँ। मैं आज आप लोगो के लिए ऐसी सेक्स स्टोरी लाया हूँ जिसे पढ़ कर लड़कियों की चूत में […]

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प्रगति की आत्मकथा -2

ऑफिस का एक कमरा बतौर गेस्ट-रूम इस्तेमाल होता था जिसमें बाहर से आने वाले कंपनी अधिकारी रहा करते थे। उधर रहने की सब सुविधाएँ उपलब्ध थीं। प्रगति, शेखर का हाथ पकड़ कर, उसे गेस्ट-रूम की तरफ ले जाने लगी। कमरे में पहुँचते ही उसने अन्दर से दरवाज़ा बंद कर लिया और शेखर के साथ लिपट गई।

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आवारगी-4

माया देवी इस प्रकार अपनी योनि के साथ भाँति भाँति के अजीब ढंग के प्रयोग करते करते समय निकल रहा था कि विदेश से मेरी दोनों भाभियाँ आ गई, वे एक माह के लिए हिन्दुस्तान घूमने आई थी, उन दोनों से मेरी खूब पटी। मेरी बड़ी भाभी का नाम मार्टिना और छोटी भाभी का नाम […]

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प्रगति की आत्मकथा- 1

प्रगति एक आम भारतीय नारी जो पुरुष प्रधान समाज की क्रूरता की शिकार है, वो एक कम्पनी ने निजी सचिव है... एक दिन प्रगति के बॉस ने उसके चेहरे की उदासी को भांप कर कारण पूछा तो प्रगति रो पड़ी और उसके बॉस शेखर, जो एक शरीफ आदमी है, ने उसे सांत्वना देने के लिए अपने गले से लगा लिया...

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आवारगी-3

प्रेषिका : माया देवी इस घटना के बाद मैं खुद ही सेक्स संबंधों के प्रति आवश्यकता से अधिक झुकती चली गई। जब तक उस स्कूल में रही तब तक प्रिंसीपल और डबराल सर के साथ मैने अनेक बार सम्बन्ध बनाये, किसी नये व्यक्ति से संबंध बनाने की जिज्ञासा तो मुझे रहती थी किन्तु मैं नये […]

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बाबा डर लगता है !

लेखिका : दिव्या डिकोस्टा जब मैं जवान हुई तब मुझे भी और लड़कियों की तरह चुदवाने की इच्छा होती थी। पर हमारी सहेलियों में से एक के साथ प्रेग्नेन्सी का हादसा हो गया तब से मैं बहुत डर गई थी। वो पूरे कॉलेज में बदनाम हो गई थी और फिर उसने कॉलेज छोड़ दिया था। […]

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वो हसीन शाम

प्रेषक : ओ पी झाकड़ हेल्लो दोस्तो ! मेरा नाम प्रकाश है। मैं हरियाणा का रहने वाला हूँ। मैं शादीशुदा आदमी हूँ। मेरी उमर ३० साल की हैं, २ बच्चे हैं। बच्चे होने के बाद से ही मेरी बीवी की सेक्स में दिलचस्पी कम हो गई थी, इस लिये मुझे बाहर लड़कियों से दोस्ती करनी […]

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आवारगी-2

प्रेषिका : माया देवी उधर श्वेता ने उनके लिंग को फिर लोहे की गर्म रॉड की शक्ल दे दी थी और अब स्वयं ही अपनी योनि उस पर टिका कर धीरे धीरे धक्के देने लगी थी। लिंग-मुंड के उसकी योनि में प्रवेश करते ही वह सिसक उठी- उफ….माई डीयर…. डबराल ! ….. उफ … ! […]

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आवारगी-1

मैं एक अच्छे खाते पीते परिवार की बहू हूँ, मेरा नाम रजनी है. मैं एक बाईस वर्षीय युवती हूँ, मेरी शादी को मात्र दो वर्ष बीते हैं। अपने घर में मैं एकमात्र लड़की थी, मेरे दो बडे भाई थे, दोनों विदेश में रहते थे। मेरे पिता सरकारी अफसर थे, इतने बडे अफसर थे कि उन्हें […]

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पराये मर्द के नीचे लेट कर लिया मजा -1

मैंने शावर चलाया और नीचे उसके साथ लिपट कर खड़ी हो गई। पानी के बूंदें मेरे यौवन को निखार रहीं थीं। बूँद बूँद मेरे चिकने जिस्म से फिसल रही थी, वो मेरा अंग अंग सहला, चाट रहा था, मेरे मुहं से सिसकियाँ निकल रहीं थी।

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भोला पंछी

मैं चुपके से उसके पास गई, धीरे से उसके पायजामे का नाड़ा खोला। पायजामे के नीचे उसने चड्डी पहन रखी थी, मैंने उसकी चड्डी हटाई तो अंदर कुल्हाड़ी के दस्ते जैसा मोटा लम्बा लण्ड खड़ा था।

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एक और लौड़ा घुसवाया गांड में

लेखक : सनी गुरु जी और अन्तर्वासना के कार्य-कर्ताओं और पाठकों को सनी गांडू की तरफ से नमस्कार ! इससे पहले मैं अपनी कुछ कहानियाँ भेज चुका हूँ। मेरी एक कहानी का नाम था “कैसे मैं बन गया गांडू “ चलो खैर दोस्तो ! वो सब कुछ मैंने बता दिया था कि किस तरह बचपन […]

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