दूसरी सुहागरात-2

प्रेम गुरु की कलम से… सम्पादन सहयोगिनी : स्लिम सीमा हे लिंग महादेव ! प्रेम के हाथ में भी ऐसी रेखा तो है… ओह… हे भगवान… कहीं ??? ओह… ना…??? मैं तो कभी अपने इस मिट्ठू को किसी दूसरी मैना के पास फटकने भी नहीं दे सकती। मैंने अपने मान में निश्चय कर लिया कि […]

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दूसरी सुहागरात-1

प्रेम गुरु की कलम से….. संतुष्टो भार्यया भर्ता भर्ता भार्या तथैव च: यस्मिन्नैव कुले नित्यं कल्याण तत्रेव ध्रुवं – मनु स्मृति मधुर की डायरी के कुछ अंश : 11 जनवरी, 2006 विधाता की जितनी भी सृष्टि है वो रूपवती है, संसार की हर वस्तु चाहे जड़ हो या चेतन, क्षुद्र (अनु) हो या महान सभी […]

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एकरसता का इलाज़

मेरा नाम रॉनी (बदला हुआ) है, उम्र 25 साल, कद 5’8″, देखने में सुन्दर और एक अच्छे अमीर घराने से हूँ, जमीन-जायदाद का व्यापार करता हूँ… मैं बहुत समय से अन्तर्वासना का पाठक हूँ और मुझे अन्तर्वासना बहुत पसंद है तो मैंने फैसला किया कि मैं भी अपनी ज़िन्दगी की सच्ची कहानी जो मेरे साथ […]

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जागी सी सोई सोई !-2

प्रेषक : गुल्लू जोशी मुझे ही बहुत ही आसक्ति से देख रही थी। “भाभी … !” “आह, … श … श्…” भाभी ने मेरे मुख पर अपनी अंगुली रख दी और चुप रहने का इशारा किया। उनकी कमर नीचे से तेजी से उछल रही थी, लण्ड को पूरा पूरा निगल रही थी। भाभी का तमतमाया […]

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जागी सी सोई सोई !-1

बात उन दिनों की है जब मेरा दाखिला कॉलेज में हुआ ही था। भैया अधिकतर काम के सिलसिले में बाहर ही रहते थे। उन्होंने अपने पास मुझे शहर में बुला लिया था। उनके आये दिन बाहर रहने से भाभी बहुत परेशान रहने लगी थी। ऐसे में वो मेरा साथ पाकर खुश हो गई थी। भाभी […]

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शादी में अनजान लड़की

नमस्कार दोस्तो, आप लोगो ने मेरी कहानियाँ मुझे लेट कर मजा आता है ! चुद ही गई पड़ोस वाली भाभी-1 मजा कहाँ है?-1 और हम लड़कियाँ लड़कियाँ को बहुत सराहा, उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद ! अब प्रस्तुत कहानी वास्तव में मेरे एक दोस्त की है, उसे लिखने में कुछ दिक्कत हो रही थी तो […]

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मेरा दोस्त और उसकी बहन-2

मैंने उसकी बहन को अन्दर खीच लिया और उसने गाउन पहन हुआ था तो वो पूरा गीला हो गया, उसने अन्दर कुछ नहीं पहना था, गीले गाऊन के कारण उसके चूचे दिख रहे थे

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दोस्त की मम्मी ने मुझे पटा कर चूत चुदवाई

आंटी मेरे बिस्तर पर बैठी थी और जैसे ही मैं उनके पास गया, उन्होंने मेरा लण्ड नेकर के ऊपर से पकड़ लिया और बोली- हाय इतना मोटा है तुम्हारा रॉकी?

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इत्तिफ़ाक से-2

इत्तिफ़ाक से-1 दोस्तो, अब कहानी का आगे का भाग आपके समक्ष प्रस्तुत है। हम दोनों रेस्टोरेन्ट में बैठे ही थे कि वो जोड़ा हमारे सामने आ गया। दोनों ही सभ्य लग रहे थे, बिल्कुल मेरे और समीर की तरह। दोनों हमें देख कर मुस्कुराए। जवाब में हम भी मुस्करा दिये। ‘यदि आपको कोई आपत्ति ना […]

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मेरे जीजू और देवर ने खेली होली-2

कहानी का पिछला भाग: मेरे जीजू और देवर ने खेली होली-1 शाम को साढ़े तीन बजे अमित का फ़ोन आया, कहने लगा- भाभी ! तैयार रहना, मैं थोड़ी देर में आ रहा हूँ आपको लेने। मैंने उसे कहा- दीदी और जीजू भी चलेंगे हमारे साथ, तुम एक घण्टे से पहले मत आना क्योंकि इतना समय […]

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इत्तिफ़ाक़ से-1

हाय दोस्तो, मेरा नाम है अंकुर! वैसे मेरा असली नाम तो अमीना बेगम है लेकिन इन्टर्नेट पर मैं अपना नाम अंकुर ही लिखती-बताती हूँ। मेरे सभी दोस्त कहते हैं कि मैं शर्मीली हूँ और मुझे लगता है वे सही कहते हैं। मुझे लगता है कि मैं ज्यादा आकर्षक नहीं हूँ लेकिन अगर कोई पुरुष मेरी […]

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मेरे जीजू और देवर ने खेली होली-1

जीजू और देवर संग होली मैं अपने मम्मी-पापा के साथ सोनीपत में रहती हूँ। मेरी एक बड़ी बहन माला जिसकी शादी को अभी आठ महीने ही हुए हैं दिल्ली में है। जीजू रोहित का कपड़े का एक्सपोर्ट बिजनेस है। मेरा रिश्ता भी दिल्ली में तय हो चुका है और मेरे होने वाले पति सुमित बंगलौर […]

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पायल की बज गई पायल

प्रेषक : रवि पटेल सभी अन्तर्वासना पाठकों को मेरा नमस्कार ! मैं कई सालों से अन्तर्वासना पर कहानियाँ नियमित रूप से पढ़ता हूँ पर कभी मुझे अपनी कहानी लिखने का ख्याल नहीं आया। पर एक दिन एक कहानी पढ़ते पढ़ते मुझे लगा कि क्यों न मैं भी अपनी एक कहानी लिखूँ जिसमें मैं अपना अनुभव […]

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आग

प्रेषक : कालबॉय जॉन हाय दोस्तो, मेरा नाम जतिन है, मैं सूरत से हूँ, यह मेरी पहली कहानी है, उम्मीद है कि सबको पसंद आएगी। मेरी उम्र छब्बीस साल है। मैं सबकी तरह यह नहीं कहूँगा कि यह कहानी सच्ची है। यह आप खुद ही तय करना कि मेरी कहानी सच्ची है या झूठी ! […]

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फिर आऊँगी राजा तेरे पास !

प्रेषक : संदीप कुमार एक बार मैं अपने चाचाजी के यहाँ गाँव गया। दोपहर में मैं घर पहुँचा तो सब खेत पर गए हुए थे। मेरे चाचा की लड़की पूनम वो बारहवीं में पढ़ रही थी, अकेली जामुन के पेड़ पर झूला झूल रही थी। वो बोली- आओ, झूलोगे क्या मेरे साथ? हमने एक तख्ता […]

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