तू नहीं और सही-2
प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा उसकी गीली झांटों से मेरे होंठ गीले हो गये थे। फिर मैंने अपना मुख उसकी चूत में झांटों के साथ छुपा लिया। जीभ निकाल कर लप लप करके चाटने लगी। वो मारे उत्तेजना के बिस्तर पर लोट लगाने लगी। तभी उसने मुझे पलट कर दबा लिया और अपने नीचे मुझे दबा […]