बड़ी चाची की चुदाई देख छोटी को चोदा-2
मेरी छोटी चाची ने मुझे बड़े चाचा चाची की चुदाई देखते हुए पकड़ लिया और कुछ देर बाद मुझे अपने कमरे में बुलाया. मैंने अंदाजा लगाया कि छोटी चाची मुझसे चुदवाना चाहती हैं.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी छोटी चाची ने मुझे बड़े चाचा चाची की चुदाई देखते हुए पकड़ लिया और कुछ देर बाद मुझे अपने कमरे में बुलाया. मैंने अंदाजा लगाया कि छोटी चाची मुझसे चुदवाना चाहती हैं.
मैं अपनी ननद से सचमुच की चुदाई में आने वाले आनन्द का वर्णन करती तो उसकी आँखें नशीली हो जातीं और उसकी चूत बहुत गीली हो जाती और फिर वो मुझसे अपनी चूत में ऊँगली करवाती।
मैं दिखने में बहुत ही क्यूट था एकदम फेयर कलर था। मैं एक ऐसा लड़का था.. जिसके ऊपर किसी भी लौंडेबाज की नज़र पड़े तो उसका लंड तड़प कर रह जाए।
सलोनी ने मेरे देखते देखते मामा जी का लौड़ा चूसा, फिर खड़ी होकर अपना पेटिकोट उतार कर नीचे से नग्न हो गई। उसके बाद निडर होके वो मामा जी के कम्बल में सरक गई और कुछ ही पलों में उसकी सिसकारियाँ गूँजने लगी।
बाबा जी ने मौका देख कर रमा के स्तनों को मजबूती से पकड़ा और ज़ोर से धक्का लगाया और उनका लिंग फचक की आवाज़ करता हुआ रमा की बच्चेदानी से जा टकराया...
उसने जो बोला, सुन कर मेरे होश ही उड़ गए.. उसने मुझे बताया कि वो बचपन से ही मेरे बारे में सिर्फ अच्छा ही सुनती आ रही है और मन ही मन मुझे प्यार करती है...
मेरे दोस्त के ऑफिस में एक बड़ी ही हँसमुख और मनमौजी लड़की थी. उसे मेरे दोस्त ने सेक्स करके धोखा दिया लेकिन मैंने उसे सहारा दिया, नई जॉब दिलवाई. उसने मेरी मदद के बदले मुझे क्या दिया, मेरी रियल सेक्स स्टोरी पढ़ कर मजा लें!
मैं किराये के मकान में रहता था, उसी मकान में एक डॉक्टर भी रहता था. उसकी बीवी आइटम चीज थी, देखते ही लंड तुनके मारने लगता था. उसे कैसे मैंने अपने जाल में फंसा कर चोदा?
आपी का अबया उनके घुटनों तक उठा.. तो मुझे हैरत का एक शदीद झटका लगा। आपी ने अबाए के अन्दर कुछ नहीं पहना हुआ था.. मतलब आपी अबाए के अन्दर बिल्कुल नंगी थीं।
मेरी हिंदी सेक्सी स्टोरी पढ़ के एक भाभी ने मुझसे सम्पर्क किया, भाभी की चूत चुदाई के लिए तड़प रही थी, तो पढ़ें कि कैसे मैंने भाभी की चूत चाट कर, को चोद कर मजा दिया.
अन्तर्वासना की सेक्स स्टोरी के बारे में मेरे दोस्त मुझे बताते थे.. वो मेरे कमरे में मैं दिव्या को बताता था। मैं अपना काम पूरा करता.. तब तक वो इन्तजार करती थी.. मतलब सोती नहीं थी।
लेखिका : कामिनी सक्सेना दो तीन वर्ष गाँव में अध्यापन कार्य करने के बाद मेरा स्थानान्तरण फिर से शहर में हो गया था। मैं कानपुर में आ गई थी। यह स्कूल पिछले गांव वाले स्कूल से बड़ा था। मैं इसी स्कूल में गणित विषय की अध्यापिका थी। वहाँ पर मेरे पापा के एक मित्र का […]
मैंने खुला सेक्स किया अपने पड़ोसी अंकल से कोरोना लॉकडाउन के दौरान. चूत गांड में लंड लेकर लॉकडाउन की बोरियत ख़त्म होने लगी. एक दिन अंकल के दोस्त आये तो ...
एक लड़की से मेरी दोस्ती थी, हम साथ घूमते थे लेकिन उसका बॉयफ़्रेंड कोई और था। मेरी नजर उसके बदन, उसकी चूचियों पर रहती थी। उसे चोदने का मौका कैसे मिला!
मेरी पिछली कहानी 'हसीन गुनाह की लज़्ज़त' में आपने पढ़ा था कि कैसे मेरी साली की युवा बेटी हमारे साथ रहने आई और कैसे मेरे और उसके बीच सेक्स सम्बन्ध पल्लवित हुए! अब पढ़ें उससे आगे की कहानी!