दीदी ने दिया चूत और गांड का तोहफा
जब से सेक्स के बारे में मालूम हुआ है तब से अपनी दीदी को चोदना चाहता था, मुझे अपनी दीदी बहुत सेक्सी लगती है और हमेशा उसको ख्यालों में चोदता था, मेरी दीदी कैसे चुदी?
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
जब से सेक्स के बारे में मालूम हुआ है तब से अपनी दीदी को चोदना चाहता था, मुझे अपनी दीदी बहुत सेक्सी लगती है और हमेशा उसको ख्यालों में चोदता था, मेरी दीदी कैसे चुदी?
डॉक्टर साहब ने मेरी बीवी की पीठ पर मसाज की और फिर पेंटी की डोरी की भी खींच दी, उसकी पूरी गांड खुल गई। डॉक्टर साहब ने उसको पलटा तो नेहा बिल्कुल नंगी पड़ी थी।
दिल्ली से मुम्बई ट्रेन में एक आंटी मेरे साथ बैठी थी, उन्हें टॉयलेट जाना था तो अँधेरे के कारण मुझे साथ ले गई. आंटी ने मुझे अंदर बुलाया तो? कहानी का मजा लीजिए!
मेरा साला, सलहज मेरे घर आए हुए थे, मेरी बीवी बीमार थी तो सलहज ने पूरे घर का जिम्मा ले लिया। लेकिन मुझे उन दोनों की चूत चुदाई का नजारा मुझे देखने को मिल रहा था।
मेरी पत्नी गर्भवती थी और मायके में थी, मुझे सेक्स किये 2 माह हो चुके थे, मुझे प्रिया की याद आई, उसे बुलाया, वो आई, कहने लगी- बीवी मायके गई तो मेरी याद आई?
मेरी बीवी मेरे सामने खुद को डॉक्टर साहब की बीवी साबित करने पर तुली थी, मुझे नौकर की तरह इस्तेमाल कर रही थी, वो मेरे सामने डॉक्टर से कैसे चुदी, कहानी में पढ़ें।
मेरी माँ सेक्स बम है, मेरे चाचा, फूफा और पापा के दोस्त की नज़रें भी माँ पर थीं। एक बार पापा और चाचा का झगड़ा सुलझाने फूफा जी आए तो मैंने जो देखा, इस कहानी में!
मैंने अपनी बहन को दो नीग्रो से चूत चुदाई के बारे में बताया तो वो उन्हें दोबारा बुला कर मजे करने को कहने लगी। कहानी पढ़ कर हम दोनों बहनों की चुदाई का मजा लीजिये।
गलत संगत में पड़ गया, लंड हर वक्त चूत मांगता लेकिन चूत आसानी से नहीं मिलती। एक दिन एक लौंडा मिला, वो गांड मरवाने अपने घर ले गया। वहां उसकी मॉम भी थी।
पड़ोस की देसी लड़की मुझे पसंद थी, उसे मैं मिस काल भी करता था. एक दिन उसकी माँ ने उसे कॉलेज छोड़ने को कहा तो हमारी दोस्ती हो गई, मैंने उसे अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी पढ़वाई.
पड़ोस की एक लड़की मुझसे प्यार करती थी, पर खबर मुझे न थी। एक दिन उसने अपने प्रेम का इजहार किया तो हम खुलने लगे, सेक्स कैसे हुआ, उसके बाद क्या हुआ, इस कहानी में!
कभी कभी कुछ ऐसे संयोग बन जाते हैं कि घटनाएँ स्वयम् घटती चली जाती हैं। मैं अपने दोस्त के फ़्लैट में जाने के लिये लिफ़्ट में गया तो एक युवती से मुलाकात हुई, आगे की घटना कहानी में!
जिन्दगी में कोई किसी के काम आ जाता है बदले में कुछ पाने की लालसा के बिना… लेकिन वही जिन्दगी क्या पता किस मोड़ पर क्या दे जाती है… कहानी का मजा लें।
घर के सामने वाली लड़की पर सबकी नजर होती है, मेरी भी थी। दस फ़रवरी को वो मुझे दरवाजे पर दिखी तो मैंने उससे पूछ लिया कि 14 फ़रवरी को उसे गुलाब देने वाला कोई है?
पहले दिन लेस्बीयन सेक्स करके दोनों बहनों की शर्म मिट चुकी थी, उन्हें सेक्स के इस खेल में मजा आने लगा था। जब रीमा का पति घर आए तो तीनों एक ही बेड पर सोये।