चाची का सैक्स भरा प्यार -1
मैं पढ़ाई के कारण अपने पापा के बहुत ही खास दोस्त के पास रहता था.. उनकी पत्नी को चाची कहता था और उन्हें चोदने की इच्छा मेरे मन में घर कर चुकी थी. मैंने उन्हें चोदा भी...
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं पढ़ाई के कारण अपने पापा के बहुत ही खास दोस्त के पास रहता था.. उनकी पत्नी को चाची कहता था और उन्हें चोदने की इच्छा मेरे मन में घर कर चुकी थी. मैंने उन्हें चोदा भी...
नायिका का नाम है आँचल… एक खूबसूरत, हसीं, फूलों की जैसी, एक बार देखने पर बार बार देखने को जी चाहे, ऐसी खूबसूरती जिसे देखकर कोई भी दीवाना हो जाये। आँचल से पहली मुलाकात एक इत्तफ़ाक थी!
पापा के खास दोस्त की पत्नी को चोदने की इच्छा मेरे मन में घर कर चुकी थी. मैंने उन्हें चोदा भी. कहानी के दूसरे भाग में चाची खुद मेरे पास आई और मुझे गर्म किया।
पुनीत ने पायल को गेम के लिये मनाना था और पायल अपने भाई पुनीत से ही अपनी चूत चटवाई के सपने देख रही थी। सपने में वो पूरी नंगी होकर अपने भाई से अपनी चटवाती है।
चाची की चिकनी चूत देख कर मेरा मन ललच गया और मैं चूत चाटने लगा। फ़िर चाची की चुदाई की और उन्हें परम आनन्द दिलाया। चाची की गान्ड की बात करते ही वो बिदक गई।
सर्दी की एक रात में अपनी माशूका खुशी की कुंवारी चूत की चुदाई पहली बार की, मैं शहर में पढ़ता था, मेरी प्रेयसी गाँव में थी, कजिन की शादी में गाँव आया तो...
पड़ोसन भाभी, जिन्हें मैं चोद चुका था, उनकी बेटी को अभी पहली बार चोद कर उनके घर छोड़ने जा रहा था तो मेरे मन में तरह तरह के विचार उमड़ रहे थे…
दिल्ली से मेरा यहाँ आना... रेणुका जी के साथ मिलना और फिर उनके साथ प्रेम की ऊँचाईयों को पाना... फिर वंदना का मेरी ज़िन्दगी में यूँ दाखिल होना और हमारे बीच प्रेम का परवान चढ़ना... सारी घटनाएँ बरबस मेरे होठों पे मुस्कान ले आती थीं।
वन्दना की मम्मी रेणुका को गोद में उठाये हुए मैं धीरे-धीरे बिस्तर की तरफ बढ़ा और हौले से उसे बिस्तर पर लिटा दिया... उनकी चिकनी जांघों को चूमते चाटते जैसे ही चूत पर जीभ लगी…
उस रात पर्बती और निम्मो कम्मो के साथ आई और आते ही पर्बती ने मुझसे माफ़ी मांगी। उसके बाद मैंने बड़े प्यार से उसकी कसी चूत को चोद कर उसे पूरा मज़ा दिया.
मेरा हाथ मेरी पैन्टी के अन्दर चला गया और मेरी उंगली मेरी चूत में आगे-पीछे होने लगी। मैं एक हाथ से अपने चूचों को दबाने लगी। उधर मम्मी पापा का लण्ड चूस रही थीं
अचानक से रेणुका ने बिजली की फुर्ती से अपना गाउन लगभग खींचते हुए निकाल फेंका और शेरनी की तरह कूद कर मेरे ऊपर झपट पड़ी... अब इस बार कुचले जाने की बारी मेरी थी।
मैं ऑनलाइन सर्फ़िंग करता था तो एक इमेल आई और एक फ़ौजी की बीवी ने मुझे मिलने के लिये बुलाया क्योंकि उसका पति कई कई महीने बाद घर आता था। वो मजे ले लेकर चुदी।
मैं रोशनी के घर पढ़ने के लिए जाने लगा, वो बड़ी कमाल की माल दिखती थी, उसका शरीर किसी भी कुंवारी लड़की को हरा दे.. ऐसा था। पहले ही दिन मैं वो मुझे भा गई और मेरे मन में उसे चोदने की इच्छा जागृत होने लगी।
जैसे ही मेरी छाती नंगी हुई वैसे ही मैडम की ब्रा खुल कर नीचे गिरी और उसके मुम्मे उछल कर बाहर आ गए। अब मैडम ने अपने सिल्क के चमकते हुए पेटीकोट में हाथ डाला और मैंने अपनी पैंट के बटन खोलना शुरू कर दिया।