ठण्ड का मौसम और दोस्त की सुन्दर बहन
मैं अपने दोस्त के गाँव गया तो मुझे उसकी चचेरी बहन बहुत सेक्सी लगी। हालात कुछ ऐसे बने कि हम दोनों अकेले रह गए। वो मेरे करीब आकर बोली कि आप बहुत सीधे हो!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं अपने दोस्त के गाँव गया तो मुझे उसकी चचेरी बहन बहुत सेक्सी लगी। हालात कुछ ऐसे बने कि हम दोनों अकेले रह गए। वो मेरे करीब आकर बोली कि आप बहुत सीधे हो!
तूफानों में छतरी नहीं खोली जाती, ब्रा से पहले पेंटी नहीं खोली जाती, वियाग्रा खाना शुरू कर मेरे दोस्त, क्योंकि ज़ुबान और उंगली से औरत नहीं चोदी जाती! ब्रा पेंटी पहनने को तरसे एक कालगर्ल Call girl के जन्मदिन पर उसकी सहेली ने बधाई संदेश दिया: हर मर्द तेरे नंगे बदन पर पसरे हर लड़का […]
प्रेषक : आर्यन अन्तर्वासना के सभी दोस्तों को आर्यन का प्रेम भरा नमस्कार ! दोस्तों, मेरा नाम आर्यन है, मैं यू पी का रहने वाला हूँ लेकिन काम के सिलसिले में मुम्बई, महाराष्ट्र में रहता हूँ। मैं अन्तर्वासना की सभी कहानियाँ पढ़ चुका हूँ, आज मैं अपनी ज़िन्दगी की एक सच्ची कहानी आपके सामने पेश […]
कहानी का पहला भाग : मेरी तो लॉटरी लग गई-1 अगले दिन जब वो आई तो मैंने फिर उसे पकड़ लिया और खुद ही उसकी साड़ी ऊपर उठाई और अपना लण्ड उसकी चूत पे रख दिया मगर अंदर नहीं जा रहा था सो वो बोली- एक मिनट रुक! और उसने बेड पे लेट कर अपनी […]
प्रेषिका : मिस चमको मैं अन्तर्वासना पर बहुत समय से कहानियां पढ़ रही हूँ, सोचा कि आपको अपनी सच्ची कहानी सुना दूँ ! मैं एक ३५ वर्ष की छरहरी महिला हूँ, मेरे पति भी लम्बे और स्मार्ट व्यक्ति हैं। वो एक प्राइवेट फर्म में काम करते हैं पर मैं उनकी एक आदत से परेशान हूँ- […]
सलोनी और रूही मेरे घर आकर बोली- मैं इधर से गुज़र रही थी तो सोचा सोमू को याद करवा दूँ कि मेरा नंबर अभी बाकी है, तो कब लगा रहे हो मेरा नम्बर? उन दोनों को चोदना पड़ा.
मेरी सेक्सी दीदी की कहानी में पढ़ें कि मैं अपने मामा की बेटी को पसंद करता था. वो मुझसे बड़ी थी और शादीशुदा थी. हम दोनों खुले हुए थे.
तनु भाभी का सफल गर्भाधान करवाने के लिए कम्मो हम दोनों को लेकर कॉटेज गई और मैंने भाभी को घोड़ी बना कर जोरदार चुदाई करके उनके गर्भाशय में अपना बीज बो दिया.
मैं बस से अम्बाला से दिल्ली जा रहा था। बस में मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई जो कॉलेज ज्वाइन करने दिल्ली जा रही थी. उसके साथ मेरा सफर सुहाना कैसे हो गया?
मैं बाहर आई तो देखा- तीनों नंगे मेरे बिस्तर पर चूमा-चाटी में भिड़े थे। दोनों लड़के मुझे देखकर मेरी ओर लपके.. दो गैर मर्दों को एक साथ नंगा मैं पहली बार देख रही थी.
अपने जिस्म की आग को शांत करने के लिए जिन अंकल को मैंने फांसा था, उन अंकल ने मुझे अपने घर आने के लिए कहा था. लेकिन अब मेरे दिल में कुछ डर सा छाने लगा.
मैं कुछ कह भी तो नहीं सकती थी क्योंकि मेरे मुंह में तो लंड था, अगर कह सकती तो कहती कि तुम लोगों के अंदर जितना दम है आज पूरा दम लगा कर चोदो!
मेरा एक पाठक अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदती देखना चाहता था. उसने इसके लिए मेरी मदद मांगी. मुझे क्या आपत्ति हो सकती थी. कहानी में पढ़ें कि मैंने कैसे उसकी मदद की.
लेखक : वीरेंदर प्रिय पाठको, आपने मेरी कहानियाँ पढ़ी। अब इस कहानी को पढ़ने से पहले मैं आपको याद दिला दूँ कि मेरी बीवी ने कामवाली माया की बेटी रूपा को घर के काम के लिए रख लिया था। एक रात मेरी छोटी साली ने मेरी बीवी को दवाई के सहारे सुला दिया और हम […]
मेरी पड़ोसन जया आंटी ने संतान पाने के लिए मुझसे शारीरिक सम्बन्ध बनाना तय कर लिया था, उनके पति भी मान गए थे। कहानी पढ़ कर देखिए कि कैसे मैंने आंटी को गर्भवती किया।