क्रॉसड्रेसर दोस्तों के साथ डर्टी गे सेक्स- 2
सबसे ज्यादा आनन्द तो एक क्रॉसी को तब आता है, जब कोई उसकी गांड को अपनी जीभ से कुरेदता है और वही मजा इस वक्त मुझे मिल रहा था.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
सबसे ज्यादा आनन्द तो एक क्रॉसी को तब आता है, जब कोई उसकी गांड को अपनी जीभ से कुरेदता है और वही मजा इस वक्त मुझे मिल रहा था.
मैं अपने परिवार के साथ यात्रा पर था, एक जोड़े के साथ रूम शेयर किया तो रात में मैंने उन दोनों को चुदाई करते देखा. आंटी ने भी मुझे देखते हुए देख लिया था.
देर रात को एक लड़की ने मुझसे लिफ्ट मांगी, उसके घर पहुँचने पर उसने चाय के लिए कहा तो मैं कैसे मना करता ! अंदर जाकर क्या क्या हुआ, आप कहानी में पढ़ें !
चूत का पैसा कमाकर बचाया और फिर उससे घर बनाया, जमीन बनाई और फिर चुनाव लड़ कर लोकल नेता बन गयी दो मजदूर लड़कियां. कैसे? खुद पढ़ें इस कहानी के 4 भागों में!
बुआ की ननद को देखा तो मेरी नजरें उसके चेहरे पर चिपक गई, मस्त क़यामत थी। चाय देते वक्त उसने अपनी चूचियों के भरपूर दर्शन कराये और आगे रात को क्या हुआ?
मैं, मेरी पत्नी और मेरी रिश्ते की साली तीनों आपस में चुदाई करते थे. एक बार साली की मौसी की बेटी उनके घर आयी तो मैंने उसे कहा कि अगर वो अपनी मौसेरी बहन की चूत दिलवा दे तो ...
मेरी चचेरी बहन ने अपने रूम की लाइट ऑन कर रखी थी, वो बिल्कुल की-होल के सामने नंगी लेटी हुई थी. मैं समझ गया कि बहन जानबूझ कर की-होल के सामने नंगी बैठी है.
उस दिन शाम को हम बाहर घूमने गए थे, घूमते घूमते हम बाज़ार में पहुँच गए। फ़िर शीला को पता नहीं क्या हुआ, मुझसे बोली- तुम कॉफ़ी शॉप में रुको ! मैं आधे घंटे में आती हूँ ! मैं जाकर कॉफ़ी शॉप में बैठ गया। शायद चालीस मिनट बाद शीला आई। उसके हाथ में तीन […]
उसकी चुत चाटते चाटते मैं खुद ही होश खोने लगा. जैसे जैसे मेरी जीभ शायरा की चुत पर चल रही थी ... वैसे वैसे मेरी उसकी चुत के प्रति दीवानगी बढ़ती जा रही थी.
शर्मीली कॉलेज गर्ल की शर्म खोलने के लिए उसकी सहेली उसके घर आई और उसे नंगी होने का टास्क दिया.
लड़का लड़की कार सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैंने पड़ोस में एक ऑफिस की रिसेप्शनिस्ट लड़की को पटाकर सेक्स के लिए तैयार किया और फिर सुनसान सड़क पर कार में चोदा.
मैंने फ़ौरन ही उस को अपनी बांहों में ले कर चुम्बन करना शुरू कर दिया। वो भी मज़े ले रही थी पर जल्दी ही नीलम ने मुझसे कहा- यहाँ कुछ मत करो.. अगर रोशनी और अंकित जाग गए तो दिक्कत हो सकती है।
मैंने अपनी बहन की पेंटी हल्के से उतारना चालू किया. धीरे धीरे मैं उसकी पेंटी घुटने तक सरका कर ले आया. मेरी नज़र उसकी नंगी चुत पर टिकी थी.
मेरा अनुभव था कि सभी लोग जैसे ही कोई पराई लड़की देखते हैं, तो उनका ध्यान उस लड़की के मम्मों और चूत पर ही जाता है कि किस तरह से इसको हासिल करके चुदाई के लिए इस्तेमाल किया जाए.
नेहा वर्मा मैं स्कूल में बायलोजी विषय की टीचर थी. १२ वीं क्लास को पढाती थी. मेरी क्लास में लड़के और लड़कियां दोनों ही पढ़ते थे. स्कूल में साड़ी पहनना जरूरी था. मैं दूसरी टीचर्स की तरह खूब मेक-अप करती और खूबसूरत साडियाँ पहन कर स्कूल आती थी, जैसे कोई स्पर्धा चल रही हो. क्लास […]