पतिव्रता नारी-2
लेखिका : नेहा वर्मा मैं बहुत देर तक उन दोनों के नंगे बदन को निहारती रही। मेरे दिल में उनसे लिपटने की इच्छा होने लगी,”उफ़्फ़ ! चुदवा लूँ क्या? भीतर तक चोद डालेंगे मुझे !!! शान्ति तो मिल जायेगी… दो दो लौड़े मिल जायेंगे।” “अरे नहीं ! किसी दूसरे से… फिर मेरी पत्नीव्रता धर्म का […]