मेरा गुप्त जीवन-56
वहाँ प्रेमा जी तो बैठी ही थी साथ में उनके एक और ख़ूबसूरती का मुजस्मा बैठा था गुलाबी रंग की साड़ी ब्लाउज और गुलाबी ही रंग चेहरे का! मन ही मन मैंने कहा- माशाल्लाह… क्या हुस्न है। चेहरे पर क्या चमक और दमक थी ब्यान नहीं की जा सकती।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
वहाँ प्रेमा जी तो बैठी ही थी साथ में उनके एक और ख़ूबसूरती का मुजस्मा बैठा था गुलाबी रंग की साड़ी ब्लाउज और गुलाबी ही रंग चेहरे का! मन ही मन मैंने कहा- माशाल्लाह… क्या हुस्न है। चेहरे पर क्या चमक और दमक थी ब्यान नहीं की जा सकती।
घटना चार साल पहले की है, मीत मुझसे चार साल छोटा था पर कुछ सालों से साथ क्रिकेट खेलने, साथ स्कूल आने-जाने से हमारी दोस्ती गहरी हो गई थी, इससे दोनों के परिवारों में भी घनिष्ठता हो गई थी। मीत की मम्मी स्वाति आंटी 35-36 साल की पढ़ी लिखी, हाई सोसायटी की समझदार महिला थी। सुगठित शरीर, लम्बी टागें, उन्नत उरोज़ एवं बडे-बडे नितम्बों से सुशोभित स्वाति आंटी इतनी सुन्दर थी
दोस्त की मम्मी को चोदने के बाद मैंने उसकी बहन की कुंवारी बुर चाटने और लौड़ा चुसवाने में देर नहीं लगाई, अब तो वो चुदने को बेकरार थी… तभी उसकी मम्मी ने दरवाजा खटकाया, हम डर गये लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं लगा… अब आगे देखिये कि क्या हुआ?
हैलो दोस्तो, मेरा नाम किशोर है, मैं राँची से हूँ। जिम करने की वजह से मेरा शरीर काफ़ी फिट और गठीला है। यह एक सच्ची घटना है, जो आज से तीन महीना पहले मेरे साथ हुई। मैंने अपनी चाची की चुदाई की और उसकी गाण्ड भी मारी। मेरी उम्र 22 साल है और मेरी चाची […]
बहुत दिनों से भाभी की नियत ख़राब हो गई थी मुझ पर! वो जब भी पानी भरती.. तो अपना पल्लू नीचे गिरा लेती थी और मुझे अपने आम दिखा कर वो अपनी गांड मटका-मटका कर चलती थी।
प्रेषिका : कामिनी सक्सेना सोना कई वर्षों से घर में नौकरानी का काम करती थी। नीरजा और करण पति पत्नी थे और उनकी कोई सन्तान नहीं थी। करण का व्यवसाय अच्छा चल रहा था। नीरजा तो बस अपनी सहेलियों के साथ किटी पार्टी और दूसरे कामों में लगी रहती थी। उसका झुकाव करण के एक […]
मैं मानता हूं कि हमारी सभ्यता और संस्कृति इसके विपरीत है किंतु भारत में भी अब ऐसा कल्चर है जहां पर लोग अपने मनोरंजन के लिए अपनी बीवियां बदल कर चुदाई करते हैं। और हम ऐसा मजबूरी में कर रहे हैं।
मेरे साथ पढ़ने वाली लड़की एक दिन बारिश में भीगते हुए आई.. उसको देख कर मैं उसको चोदने के लिए पागल हो गया। वो शर्मा कर अपने चूचों को हाथों से छिपाने लगी।
सिनेमा हाल में मेरे बराबर में बैठी एक अजनबी औरत ने मुझे छेड़ा तो मेरा लंड खडा हो गया. उसके बाद उसने मेरे साथ क्या किया? पढ़ें मेरी देसी सेक्स कहानी में!
आप यकीन नहीं करेंगी मेरी संगेमरमर सी मखमली जांघें और काली पैंटी में फंसी पाँव रोटी की तरह फूली हुई चूत के निकलते सैलाब से पूरी पैंटी ही गीली हो गई थी। मैंने पैंटी उतार दी।
मैं अपने मामा के घर गया तो अपनी सेक्सी बहन को देख कर मैंने रात में उसके नाम की मुट्ठ मार दी. मगर सुबह जब घर पर कोई नहीं था तो मैंने मौके का फायदा उठाने की ठान ली!
हम दोनों का दिल अभी भरा नहीं था. कोमल अपनी चूत में लंड का एक दौर और चाहती थी, वो तो लंड को छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही थी. तो मजा लीजिये इस सेक्सी कहानी का!
तलाक के बाद किसी औरत पर सेक्स के बिना क्या बीतती है, वो अपनी चूत की प्यास बुझाने के लिये क्या कर जाती है, इस हिन्दी सेक्स स्टोरी में टीचर ने अपने छात्र से चूत चुदवाई।
मेरी चोदन कहानी में पढ़ें कि मैंने कैसे रात भर उसकी चूत मारने के बाद अब उसकी गांड और उससे भी पहले उसके मुख चोदन का ठान लिया. मैंने उसे पोर्न मूवी दिखा कर उत्तेजित किया और अपना लंड उसके मुख के आगे कर दिया.
मैंने प्रीत को फिर से बिना कपड़ों के देखा तो मुझसे रहा नहीं गया.. मैं एक बार फिर से उसके गोरे-चिट्टे बदन को देखता ही रह गया, उससे एकदम से चिपक गया और कसके उसे अपनी बाँहों में दबा लिया..