कामुकता की इन्तेहा-14
रात के 12 बज चुके थे, मैं अपने 2 शानदार, जानदार यारों के साथ गाड़ी में नंगी बैठी थी। अब मैं 2-2 लौड़ों से चुदने के बेताब हो चुकी थी लेकिन वो दोनों जल्दी नहीं कर रहे थे.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
रात के 12 बज चुके थे, मैं अपने 2 शानदार, जानदार यारों के साथ गाड़ी में नंगी बैठी थी। अब मैं 2-2 लौड़ों से चुदने के बेताब हो चुकी थी लेकिन वो दोनों जल्दी नहीं कर रहे थे.
मेरी राय उन सभी लड़कों के लिए है जो अकेले हैं, जिनके पास ना कोई सेक्स टॉय है, ना ही कोई छेद की व्यवस्था है मतलब शादीशुदा नहीं हैं, ना कोई महिला मित्र है मैथुन क्रिया के लिए।
मेरे बॉस की वाइफ मुझ पर बहुत मरती थी. एक बार उसने मुझे फोन करके बुलाया. रेस्तरां में हमने बहुत बातें की. और उसने अपने दिल की बात कह दी और मौक़ा मिलते ही ...
मेरे दादा की उम्र के अंकल मुझे कार में चोद रहे थे और उनके दोस्त पास बैठे मुझे देख कर लंड मसल रहे थे. मेरी चूत में आग लगी थी तो मैं बेशर्म हो चुकी थी.
एक विधुर शिक्षक उसके पड़ोस की एक कामकाजी महिला की ओर आकर्षित हुआ और उसमें अपनी वासना को तृप्त करने के लिए एक साथी तलाशने लगा.
अगर लड़की को पति से कामसुख ना मिले तो वह यह सुख किसी गैर मर्द से भी लेने से नहीं चूकती. ऎसी ही एक लड़की को मैंने चोदा जब वो अपने मायके में आई हुई थी.
मैं अपनी दीदी की ससुराल गया तो उनकी एक जवान पड़ोसन मुझे अच्छी लगी, उसकी गांड और चूचे भारी भारी थे. उसे मैंने कैसे चोदा, पढ़ें मेरी सेक्सी कहानी में और मजा लें!
मैं अपनी मम्मी और अंकल लोग के साथ कार में मानकपुर जा रही थी. रास्ते में चाय के लिए रुके तो मैं और एक अंकल कार में रुक गए बाक़ी सब उतर गए. फिर कार में क्या हुआ?
मैंने अपनी कामुक पड़ोसन के साथ सेक्स करना चाहता था. एक दिन दारू पीने के बाद दोस्तों के उकसाने पर मैं अपनी उस पड़ोसन के घर गया. वो समझ गयी कि मैंने पी रखी है.
कार ढाबे पर रुकी थी, सब लोग उतर गए थे. कार में दूसरे वाले ठाकुर अंकल मुझे नंगी कर चुके थे. इसके बाद अंकल ने मेरे साथ क्या क्या किया? पढ़ें और मजा लें!
मैं अपने पति से बहुत खुश हूं. लेकिन मुझे वो मां नहीं बना सके. एक बार उनका ही एक दोस्त हमारे घर रुका तो वो मुझे अच्छा लगा. आगे क्या हुआ? पढ़ें कहानी और जान लें!
कार में मुझे तीन अंकल ने अधूरा चोद कर छोड़ दिया था. बाद में मैं मॉल में गई तो बिना पेंटी की मेरी चूत ने फर्श पर रस टपका दिया, उसे दो लड़कों ने देख लिया. फिर क्या हुआ?
मेरी सहेली ने रोज नए नए लंड लेने की बात बतायी तो मेरी चूत भी गीली हो गयी गैर मर्द के लंड की तमन्ना से ... लेकिन इसमें डर लगा बदनामी का ... फिर मेरी चाह कैसे पूरी हुई?
मैं अपनी सहेली के साथ स्लीपर बस में हरियाणा से राजस्थान जा रही थी. रात का सफ़र था. चलती बस में हम दोनों ने कैसे एक दूसरी को लेस्बियन सेक्स का मजा दिया. पढ़ें!
एक कॉलेज की लैब के कंप्यूटर सही करने गया तो वहाँ की मैडम ने मुझे कैसे मुझसे दोस्ती की, मुझे पटाया और फिर अपनी सहेली के फ़्लैट में लेजा कर क्या क्या किया.