तेरी याद साथ है-24

“उम्म… हम्म्म्म…” फिर से वही मादक सिसकारी लेकिन इस बार सुकून भरी.. आंटी के ये शब्द मुझे और भी उत्तेजित कर गए और मेरे लंड ने अकड़ना शुरू किया… लेकिन तभी आंटी ने हरकत करी और अपने पैरों को मेरे पैरों से आजाद करके उठने लगीं। मेरा लंड अचानक से उनके घुटनों से जुदा होकर […]

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तीसरी कसम-7

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना “जिज्जू ! एक बात सच बोलूँ ?” “क्या?” “हूँ तमारी साथै आपना प्रेम नि अलग दुनिया वसावा चाहू छु। ज्या आपने एक बीजा नि बाहों माँ घेरी ने पूरी ज़िन्दगी वितावी दयिये। तमे मने आपनी बाहो माँ लाई तमारा प्रेम नि वर्षा करता मारा तन मन ने एटलू भरी दो […]

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तेरी याद साथ है-25

मैंने जल्दी से रिंकी को खुद से अलग किया और फिर उसे बाथरूम के दरवाज़े के पीछे छिपा कर दरवाज़ा खोला…बाहर कोई नहीं था। मैंने रिंकी को जल्दी से जाने को कहा और खुद अन्दर ही रहा। रिंकी ने जाते जाते भी शरारत नहीं छोड़ी और मेरे लंड को लोअर के ऊपर से पकड़ कर […]

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तीसरी कसम-8

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना रेशम की तरह कोमल और मक्खन की तरह चिकना अहसास मेरी अँगुलियों पर महसूस हो रहा था। जैसे ही मेरी अंगुली का पोर उस रतिद्वार के अन्दर जाता उसकी पिक्की संकोचन करती और उसकी कुंवारी पिक्की का कसाव मेरी अंगुली पर महसूस होता। पलक जोर जोर से सीत्कार करने लगी […]

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तेरी याद साथ है-26

तभी मुझे याद आया कि अभी अभी आंटी ने कहा था कि मामा जी के साथ बाज़ार जाना है। जैसे ही मुझे ये याद आया मेरा मन उदास हो गया। प्रिया से मिलन की बेकरारी मैं अपने लंड पे महसूस कर सकता था जो कि अर्ध जागृत अवस्था में प्रिया की चूत को याद करते […]

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तीसरी कसम-9

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना मैं जैसे ही बेड पर बैठा पलक फिर से मेरी गोद में आकर बैठ गई और फिर उसने अपनी बाहें मेरे गले में डाल दी। मैंने एक बार फिर से उसके होंठों को चूम लिया। “जीजू, तुम मुझे भूल तो नहीं जाओगे?” “नहीं मेरी खूबसूरत परी… मैं तुम्हें कैसे भूल […]

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तेरी याद साथ है-27

ईश्वर ने चुदाई की तड़प हम मर्दों से कहीं ज्यादा औरतों में दी है लेकिन साथ ही साथ उन्हें शर्म और हया भी सौगात में दी है जिसकी वजह से अपने ज़ज्बातों को दबा देना औरतों के लिए आम बात हो जाती है। हम मर्द तो कभी भी शुरू हो जाते हैं अपना लंड अपने […]

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भाभी और गर्लफ्रेंड एक साथ

मेरा नाम मुख़्तार है, मेरी उम्र 24 साल है, मैं एक आर्किटेक्ट हूँ। मेरी कहानी दोस्त की बीवी की चुदाई बहुत लोगों को पसंद आई, बहुत सारी महिलाओं के मेल आये जो मुझसे चुदवाना चाह रही थीं। अन्तर्वासना पर यह मेरी दूसरी कहानी है जो मेरे जीवन में घर कर गई। मेरा लंड 7 इंच […]

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पड़ोसन की प्यास

लेखक : अखिलेश कुमार मैं अखिलेश कुमार, दिल्ली का निवासी हूँ, मैं एक सीधा साधा लड़का हूँ पर मैं और मेरा परिवार ऐसी गली में रहते थे जहाँ पर सिर्फ़ पहाड़ी, उत्तरांचली लोग रहते हैं। वो लोग हमसे घुलमिल कर रहते हैं। मगर एक आंटी भगवती जिनको हम प्यार से भालू बुलाते हैं, वह मुझसे […]

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गर्म तवे पर रोटी सेंकी

प्रेषक : रणजीत चौहाण यह कहानी एक गांव की है, जिस गांव के लोग किसी जमाने में अपने बेटे बेटियों को खेलने कूदने का वक्त नहीं देते थे, पर उस गांव के लड़के-लड़कियाँ आज खेल-खा रहे हैं, हर लड़का फोन लेकर किसी न किसी लड़की से बात करता रहता है, लड़कियों की बुर हमेशा खुजलाती […]

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शर्मीला की ननद-1

मैंने उसके छोटे गाउन के अन्दर हाथ डाला और पीठ पर फेरते हुए पेंटी में घुसा दिया। गांड और चूतड़ों का नाप लेने लगा। तभी शर्मीला का ख्याल आया तो एक हाथ निकाल शर्मीला के मम्मे को दबाया और अपनी और खींच लिया।

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शर्मीला की ननद-2

मैंने ऋतु को कहा कि वो कुतिया बन जाये, मुझे गांड मारनी है। शर्मीला के चाटने से ऋतु गांड थोड़ी गीली थी। कुतिया बनने पर ऋतु का सर बिस्तर पर लगा दिया तो अब उसकी गांड के अच्छे दर्शन हो रहे थे।

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शर्मीला की ननद-3

सवेरे आँख खुली तो देखा ऋतु अभी भी बेसुध सो रही है। रात को ऋतु ने दारु भी बहुत पी और मैंने चोदा भी जोर से। मेरा लंड ऐसे गांड भी मार सकता है पता नहीं था। बालकनी में शर्मीला नंग धडंग सुबह की ठंडी हवा का मजा लेते हुए सिगरेट पी रही थी।

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कैमरे से कमरे तक

प्रेषक : राज कुमार मेरा नाम राज है, दिल्ली का रहने वाला हूँ, उम्र 24 साल है… यह मेरी पहली सच्ची कहानी है, मैं अन्तर्वासना की कहानियाँ बहुत सालों से पढ़ रहा हूँ। मैं सभी अन्तर्वासना से जुड़े लोगों का धन्यवाद करना चाहता हूँ और क्षमा चाहता हूँ अगर मेरी कहानी में कोई त्रुटि हो […]

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पोकर के जोकर

मैं श्रेया आहूजा आपके सामने फिर पेश हूँ इस बार आपबीती लेकर ! सबसे पहले तो आप सबका शुक्रिया कि आपने मेरे कहानियों को इतना सराहा ! थैंक्स… आपके इ मेल मुझे मिलते रहते है… माफ़ी चाहूंगी कि सबको जवाब नहीं दे पाई… कोशिश यही रहेगी कि मैं जवाब ज़रूर दूँ… आप लिखते रहना… जो […]

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