मेरी गांड चुदाई में पहली बार ऐसा हुआ

पाठकों को मेरा प्रणाम जो इनको पढ़कर मुझे अथाह प्यार देते हैं, अपनी ईमेल के ज़रिये, कुछ याहू मेसेंजेर के ज़रिये और फिर इनमें से वो जो मुझे मिलते हैं और मेरी गांड मारते हैं, अपने लण्ड को मेरे मुँह में देते हैं, मुझे नंगी करके मुझपे सवार होते हैं, मुझे उनके साथ बिस्तर शेयर […]

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रसीली की रस भरी रातें-3

हिंदी एडल्ट स्टोरी का पहला भाग : रसीली की रस भरी रातें-1 कहानी का दूसरा भाग : रसीली की रस भरी रातें-2 रात को मेरे पति राजू ने पहले मोमबती से फ़िर अपने विशाल लण्ड से मेरी गाण्ड मारी तो रात भर मैं दर्द से तड़पती रही, सुबह मैंने चंपा को बुलाया। चंपा ने मुझसे […]

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रसीली की रस भरी रातें-2

कहानी का पिछला भाग : रसीली की रस भरी रातें-1 मेरी हिंदी एडल्ट स्टोरी में आपने अब तक पढ़ा कि सुहागरात को मैं अपने पति के बड़े लण्ड से दर्द का ड्रामा करके चुद गई। मेरा पति बड़े ल्ण्ड के कारण नहीं जान पाया कि उसकी नई नवेली असल में खाई खेली है। सुबह छः […]

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रसीली की रस भरी रातें-1

मेरा नाम सपना है, मैं अपनी सुहागरात की हिंदी एडल्ट स्टोरी लिख रही हूँ. मैं 40 साल की हूँ। ससुराल में मुझे रसीली के नाम से बुलाते हैं। आज मेरे पास दिल्ली में अच्छा सा फ्लैट है और पति का लकड़ी का काम है। आज से 20 साल पहले की बात है। बिहार के एक […]

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फ़ूफ़ी की चूत में

मैं मस्त होने लगी थी, उसने मेरी सलवार का इज़ारबन्द पकड़ कर खींच दिया, चाहते हुए भी मैं उसे रोक ना सकी और भाभी ने मेरी सलवार उतारने में अपने बेटे की मदद की.

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मेरे मॉम-डैड

लेखिका : शीनू जैन एक बार मेरे मौसी की शादी में हम सभी गए थे। जिस होटल में शादी हुई थी, उसी होटल में सबके लिए कमरे बुक थे। मेरे चाचा, पापा, मॉम और मैं होटल के एक ही कमरे में सोए थे। सर्दियों के दिन थे, चाचा फेरों से पहले ही कमरे में आ […]

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मैं समलिंगी नहीं हूँ

प्रेषक : विवेक पाटिल हेलो दोस्तो, मैं विवेक, 24 साल, ग्रेजुएट, 5’5″, दिखने में स्मार्ट हूँ। मैंने इस साइट पर सारी कहानियाँ पढ़ी हैं, मुझे काफ़ी अच्छी लगी यह अन्तरवासना साइट ! यह कहानी किसी लड़की को चोदने की नहीं है बल्कि मैंने एक आदमी की कैसे गांड मारी, इसके बारे में है। यह कहानी […]

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एक्स्ट्रा क्लास

प्रेषक : राजवीर चौधरी दोस्तो, नमस्कार ! मेरा नाम राजवीर है, मैं कोटा, राजस्थान का रहने वाला हूँ, अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ ! दोस्तो, मैं 26 साल का एक अच्छी पर्सनैलिटी वाला इंसान हूँ ! अन्तर्वासना पर कहानियाँ पढ़ते-पढ़ते मैंने भी सोचा कि मैं भी अपनी जिंदगी की एक हसीन कहानी आपके साथ शेयर […]

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तुमने क्या शूशू कर दी है?

सबसे पहले तो सभी लण्डबाजों और चूत की रानियों को मेरा नमस्कार ! मेरा नाम शीलू है, मैं कानपुर का रहने वाला हूँ, मैं अभी पढ़ रहा हूँ ! यह मेरी पहली कहानी है, अगर इसमें कोई ग़लती या त्रुटि हो तो क्षमा करना ! मेरी अभी पढ़ाई ख़त्म नहीं हुई थी कि मुझे दिल्ली […]

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कातिल हसीना की हवस

प्रेषक : पवन कुमार मेरा नाम पवन कुमार उम्र 18 साल है, मथुरा, उत्तर-प्रदेश का रहने वाला हूँ। यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है। मुझे यह विश्वास है कि यह कहानी आप सभी को बहुत पसन्द आयेगी। पहली बार लिख रहा हूँ इसीलिये अनुभव की कमी है। मैं अपने बारे में सिर्फ इतना कहना […]

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ईमेल की फीमेल

दोस्तो, मेरा नाम विवेक है, लम्बाई 5.10 फ़ीट, रंग गोरा, शरीर स्वस्थ, लंड की लम्बाई 7.5 इंच है, मोटाई 3 इंच। आपने मेरी पिछली कहानी ‘रानी के साथ मस्ती’ पढ़ी। जवाब में ढेर सारे मेल आए, अभी भी आ रहे हैं। अधिकांश पुरुषों के मेल में तो कहानी की तारीफ के बाद एक आग्रह होता […]

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पड़ोसन ने मुझे चोद दिया

दोस्तो, मैं एक खूबसूरत और स्मार्ट लड़का हूँ, मेरा नाम सौरभ है मुझे सेक्स के बारे में कुछ भी नहीं पता था। मेरे घर से थोड़ी दूर एक घर में एक लड़की रहती थी, मैं उसे जानता था। उसका नाम सुनीता था। वो अक्सर मुझे गली में आते जाते देखती थी लेकिन मैं सब जानकर […]

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पप्पू का इंट्रो

मैं अन्तर्वासना का पिछले तीन साल से पाठक हूँ ! आप सबकी कहानी पढ़ कर मुझे लगा कि मैं भी कहानी लिखूँ, यह एक सच्ची कहानी है। मैं फैशन डिज़ाइनिंग का छात्र हूँ। बात तब की है जब मैं नया नया नेशनल फैशन डिज़ाइनिंग संस्थान यानि निफ्ट में आया था। निफ्ट में लड़के बहुत ही […]

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मुझे गन्दा गन्दा लगता है !-2

उस दिन घर आकर मैंने दसियों बार ब्रश किया होगा… अब मेरा भाभी से और दानिश से कोई लेना देना नहीं था… महीनों बीत गए दोनों से बात किये हुए। बस घर पर पढ़ाई.. टीवी.. कंप्यूटर.. एक दोपहर मुझे एक ईमेल आया संजय का ! मैंने मैसेज किया- संजय, कहाँ हो यार…चल मिलते हैं !संजय […]

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मुझे गन्दा गन्दा लगता है ! -1

जब मैं अट्ठारह साल की थी, मेरे कूल्हे बड़े हो रहे थे... मेरे मम्मे भी बड़े हो रहे थे... सेक्स क्या होता है मुझे अच्छे से पता था.. मेरे दोस्त हुआ करते थे दानिश, रौनक और संजय। एक शाम हम चारों लुक्का-छुप्पी खेल रहे थे...

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